PURNEA : आज पूर्णिया के परोरा स्थित विद्या विहार आवासीय विद्यालय के सभागार में 75 वें वन महोत्सव का शुभारंभ पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग (बिहार ) एवं वन प्रमंडल पूर्णियां के द्वारा किया गया। पर्यावरण संरक्षण पर आधारित इस कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के रविवंश नारायण मिश्र ऑडिटोरियम में एक संक्षिप्त कार्यक्रम द्वारा किया गया, जिसका स्लोगन था- एक पेड़ मां के नाम। इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले अतिथियों में पूर्णिया प्रमंडल के डीएफओ संजय कुमार आयुक्त पूर्णिया, विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक रंजीत कुमार पॉल, प्रधानाचार्य निखिल रंजन तथा अन्य कई गणमान्य लोग सहित वन विभाग की टीम थी। इस कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा पुष्प गुच्छ देकर उनके स्वागत से हुआ।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए आयुक्त पूर्णिया संजय कुमार ने कहा कि आज हम लोग 75 वें वन महोत्सव मनाने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं,जो एक बड़ा ही शुभ कार्य है और समय के अनुसार एक बहुत ही आवश्यक कार्य है। आप लोगों को आभास होगा कि इस साल गर्मी इतनी पड़ी कि पूर्व के सभी रिकॉर्ड टूट गए। विद्यालय में बच्चे मूर्छित होकर गिरने लगे। लाचार होकर हमें छोटे बच्चों के लिए विद्यालय को बंद करना पड़ा। ऐसी भीषण गर्मी विगत वर्षों में नहीं पड़ी थी। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है, किस कारण से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई? आप लोग अगर ध्यान दें तो सीधे आभास होगा की जैसे-जैसे जनसंख्या में वृद्धि हो रही है। पेड़ पौधे सब कटते चले जा रहे हैं। इसका आने वाली पीढियों पर क्या असर होगा। हम पेड़ पौधे काटते चले जा रहे हैं, जिससे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हमें अपने अपने द्वारा किए जा रहे इन कार्यों पर गहन समीक्षा करने की आवश्यकता है।
इसके उपरांत वन मंडल पदाधिकारी राजीव रंजन ने कार्यक्रम में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि हमारे तरफ से कोई भी स्टूडेंट किसी भी नर्सरी में जाकर सिर्फ एक आई०डी० कार्ड दिखाकर पांच पौधा अपने घर नि:शुल्क ले जाकर लगा सकता है।; उसके लिए उन्हें किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। किसान भाइयों को जिनके पास अगर जमीन है जिन पर वह खेती नहीं कर पा रहे हैं। उनके लिए भी हमारे पास योजना है कि आप हमारे यहां से पौधा लेकर लगा लीजिए और 3 साल तक उसकी देखरेख कीजिए। अगर आपके खेत में वे लग जाते हैं तो प्रति प्रति पेड़ ₹60 दिए जाएंगे। पेड़ों की प्रजातियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अपने आसपास के वातावरण को शुद्ध रखने के लिए नीम का पौधा सबसे उत्तम होता है। नीम के पत्तों की बनावट ऐसी होती है जो अपने आसपास के वातावरण को संतुलित करता है। इसलिए अपने आसपास नीम का पौधा जरूर लगाएं। उन्होंने रोड साइड में लगाने के लिए कचनार और गुलमोहर के पौधों को बेहतर बताया। क्योंकि वह सर्दियों में भी बढ़ाते हैं और जल्दी बड़े हो जाते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक रंजीत कुमार पॉल ने सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम विद्यालय में प्रतिवर्ष अनेक बार वृक्षारोपण के कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। आप सभी हमारे विद्यालय में जो हरियाली देख रहे हैं जो फलदार वृक्ष देख रहे हैं वह इन्हीं वृक्षारोपण पर लगाए गए पेड़ पौधों की वजह से हैं। इससे जहां एक और हरियाली दिखती है वहीं दूसरी ओर मिट्टी का कटाव रुकता है बारिश होती है। हम आपको आश्वासन देते हैं कि हम और हमारे बच्चे वृक्षारोपण का कार्यक्रम आगे भी करते रहेंगे और नए-नए पौधे हमेशा लगाते रहेंगे अपने प्रांगण को हरा भरा रखेंगे। कार्यक्रम के अवसर पर सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक ग्रीनरी एनवायरमेंट विद्या विहार परिसर में हो। इसके लिए हम तत्पर हैं। इस स्कूल की स्थापना 26 वीं साल पहले हुई है। हम कभी बी०एस०एफ० के द्वारा कभी विद्यालय के एन०सी०सी० कैडेट के द्वारा कभी विद्यालय की स्कॉउट एन्ड गाइड्स समूहों के द्वारा जब कभी भी हमें पर्यावरण संबंधी किसी कार्यक्रम का आयोजन करना पड़ता है सच में हम धरती मां को नमन करके एक वृक्ष मां के नाम करने निकल पड़ते हैं।कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य विशिष्ट अतिथियों के अतिरिक्त विद्यालय के शिक्षक निदेशक, प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, प्रशासक तथा सभी शिक्षक शिक्षिकाएं एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे। इसके साथ ही वृक्षारोपण एक कार्यक्रम के लिए सभी लोग विद्यालय की क्रीडा क्षेत्र में पहुंचे। जहां लोगों ने बढ़ चढ़कर वृक्षारोपण के कार्यक्रम में हिस्सा लिया और धूमधाम से 75वां वन महोत्सव का आगाज किया गया।