NAWADA : नवादा जिले के समाहरणालय स्थित सीतारामपुर गांव की ग्रामीणों ने पहुंचकर डीएम को आवेदन दिया है। जहां ग्रामीणों ने स्थानीय मुखिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि श्मशान घाट को पूरी तरह मुखिया के द्वारा जेसीबी चला कर बराबर कर दिया गया है और यह शमशान घाट यहां से खत्म कर दिया गया है। श्मशान घाट नहीं रहने के कारण हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। गांव में किसी भी व्यक्ति की मौत होती है तो हम लोग उसकी अंतिम संस्कार कहां करें इसकी कोई जगह नहीं है।
अब मुखिया के विरोध में स्थानीय लोगों ने डीएम को आवेदन दिया है। यह पूरा मामला शनिवार का है। नंदकिशोर कुमार कहते हैं की पूरी तरह श्मशान घाट को फील्ड बना दिया गया है। जिसके कारण हम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हमारे पूर्वज भी यहां पर ही द-संस्कार किये हैं। अगर यहां पर शमशान घाट नहीं रहेगा तो गांव के लोगों की मौत होगी तो वह कहां जाएंगे।
मुखिया के द्वारा जब हम लोग ईटा भट्ठा पर कमाने के लिए उत्तर प्रदेश चले गए थे। इसी दौरान हमारे परिवार के लोगों ने हम लोगों को फोन किया और हम लोगों को पूरी जानकारी दिया और फिर हम लोग अपना काम छोड़कर बिहार लौटे हैं और फिर श्मशान घाट की मांग को लेकर डीएम को आवेदन दिये हैं।
REPORT - AMAN SINHA