MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची से दुष्कर्म के बाद बेरहमी से हत्या करने के मामले में पुलिस को हैरान करनेवाली जानकारी हासिल हुई है। यहां पुलिस ने मृतक के फोन कॉल रिकॉर्ड खंगाला है। जिसमें यह बात सामने आई है कि जिस रात लड़की के साथ यह घटना हुई थी। उससे कुछ समय पहले तक वह आरोपी से फोन पर बात कर रही थी। वहीं इस बातचीत में लड़की की बड़ी बहन भी शामिल थी। लड़की ने ही पहले आरोपी को कॉल किया था।
एक महीने में 422 बार की बातचीत
पुलिस के अनुसार मामले में फरार आरोपित संजय राय, किशोरी और उसकी बड़ी बहन के मोबाइल का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) लिया गया है। एक माह के सीडीआर से स्पष्ट है कि मृत किशोरी और संजय राय के बीच मोबाइल पर 422 बार बात हुई थी। इसमें संजय राय ने 213 बार किशोरी को और किशोरी ने 209 बार आरोपित को कॉल की है।
रात दस बजे किया कॉल
घटना की रात करीब 10 बजे किशोरी ने आरोपित संजय राय को कॉल की थी। उस समय दोनों में 47 सेकंड बात हुई। उसी रात 12:58 बजे किशोरी ने अपनी बड़ी बहन को कॉल की थी। उस समय दोनों बहन के बीच 240 सेकंड बात हुई। रात 8 बजे के बाद से ही उसकी बड़ी बहन का लोकेशन उसके घर पर नहीं था।
सीडीआर के तथ्य के आधार पर जानकारी लेने के लिए पुलिस अब मृत किशोरी के परिजनों से पूछताछ की कोशिश कर रही है। पुलिस यह जानना चाह रही है कि आखिर दोनों बहनों के बीच चार मिनट तक क्या बातें हुई थी। बड़ी बहन से बात के बाद किशोरी की हत्या हुई है। ऐसे में पुलिस ने इस कॉल को जांच का केंद्र बिंदु बनाया है
मृत किशोरी की बड़ी बहन से शुक्रवार को जब साइबर डीएसपी सीमा देवी ने पूछताछ शुरू की तो वह बेहोश हो गई। बेहोशी के बाद परिवार वालों ने विरोध किया और पुलिस को कुछ जानकारी नहीं मिल पाई। बता दें कि उसकी बड़ी बहन विधवा है और मायके में ही रहती है।
बड़ी बहन से आरोपी की होती थी बात
इधर, मृतका की बड़ी बहन और आरोपित संजय राय के बीच बीते 10 दिन के अंदर 27 बार बात हुई है। 12 अगस्त को मृतका का शव सुबह करीब 11 बजे मिला था। उसी दिन शव मिलने से चार घंटा पहले सुबह सात बजे मृतका की बड़ी बहन और आरोपित संजय राय के बीच मोबाइल पर बात हुई थी। पूरी रात मृतका की बड़ी बहन का लोकेशन घर से बाहर चार किमी के दायरे में था।
इस कांड के नामजद मिथिलेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि संजय राय फरार है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया है कि संजय जब फरार हुआ तो वह बोलेरो से उसे छपरा पहुंचाया था। पुलिस ने उस बोलेरो को भी जब्त कर लिया है, जिससे संजय को भगाया गया था। घटना में साक्ष्य को मिटाने में इस गाड़ी का उपयोग किया गया था।