Policeman Suspended:पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, दारोगा सहित तीन को एसपी ने नाप दिया
पुलिस प्रशासन ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के गंभीर मामले में कड़ा कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक ने दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

Policeman Suspended: पुलिस प्रशासन ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के गंभीर मामले में कड़ा कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने घोसी थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर विनय सिंह, सिपाही नीरज कुमार और चौकीदार ब्रजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बिहार के जहानाबाद जिले में यह कार्रवाई पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में इलाजरत एक छिनतई के आरोपी के पुलिस हिरासत से फरार होने के मामले में की गई है। निलंबन के साथ-साथ तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
घटना 16 जून 2025 की है, जब घोसी थाना क्षेत्र के समीप संचालित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखा से सुजातपुर गांव की एक महिला ने 2 लाख 82 हजार रुपये निकाले थे। जैसे ही वह बैंक से बाहर निकली, बाइक सवार दो उचक्कों ने उनसे रुपये छीन लिए। भागने के दौरान स्थानीय लोगों ने एक आरोपी, ओडिशा निवासी ओला चंदन राऊत, को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया और प्राथमिक उपचार के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
आरोपी की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच, पटना रेफर किया गया। वहां उसकी निगरानी के लिए सब इंस्पेक्टर विनय सिंह, सिपाही नीरज कुमार और चौकीदार ब्रजेश कुमार को तैनात किया गया था। लेकिन गुरुवार, 19 जून 2025 की तड़के, आरोपी ने हथकड़ी खिसकाकर पुलिसकर्मियों को चकमा दे दिया और फरार हो गया। इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
एसपी विनीत कुमार ने गुरुवार को इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस हिरासत से अपराधी का फरार होना अक्षम्य लापरवाही का परिचायक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में दोषी पाए गए तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई तत्काल प्रभाव से लागू की गई है और विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जांच के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने यह भी जोर दिया कि पुलिस अभिरक्षा से अपराधी का भाग जाना न केवल सुरक्षा व्यवस्था में चूक को दर्शाता है, बल्कि जनता के बीच पुलिस की विश्वसनीयता को भी प्रभावित करता है।
इस घटना ने जहानाबाद में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं पुलिस की सतर्कता और जवाबदेही पर संदेह पैदा करती हैं। छिनतई की शिकार महिला और उनके परिवार को न्याय की उम्मीद थी, लेकिन आरोपी के फरार होने से उनकी उम्मीदों को झटका लगा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरार आरोपी की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी गई है और उसके संभावित ठिकानों पर नजर रखी जा रही है।