सीएम हाऊस में पोस्टिंग का धौंस दिखाकर स्पेशल ब्रांच के एक अधिकारी ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी। जख्मी युवक तबरेज का आरोप है कि उसे पिस्तौल के बल पर डराया-धमकाया गया और फिर जमकर मारा-पीटा गया। इस मारपीट में वो बुरी तरह घायल भी दिख रहा है। उसके चेहरे से खून की बूंदें टपक रही हैं। वो निरीह प्राणी की तरह कोतवाली थाने के बाहर खड़ा फरियाद कर रहा है। शिकायत दर्ज कराने को लेकर गुहार लगा रहा है लेकिन पुलिस के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। इस मामले में सबसे चौंकानेवाला पहलू ये है कि पुलिस भी आरोपी की ओर से खड़ी दिख रही है। जख्मी युवक का साफ कहना है कि कोतवाली थाना की पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही है और न ही उसकी कोई बात सुनी जा रही है।
दरअसल पूरा वाकया यूं है कि रंग का बिजनेस करनेवाला तबरेज सीएम आवास पर तैनात स्पेशल ब्रांच के अधिकारी मंजूर आलम के सरकारी क्वार्टर में किराए पर रहता था। वो 7 हजार किराया देने की भी बात कह रहा है। ऐसा लग रहा है कि ये पूरा झंझट कमरा खाली कराने को लेकर हुआ है। उसका कहना है कि मैंने कमरा खाली कर दिया था। केवल सामान ले जाने पर स्पेशल ब्रांच के अधिकारी भड़क उठे और उससे मारपीट करने लगे।
तबरेज व मंजूर आलम के बीच जो भी मामला हो लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में एक
गंभीर सवाल ये उठ रहा है कि क्या कोई अधिकारी अपने सरकारी क्वार्टर में किसी को किराए
पर कमरा दे सकता है ? बहरहाल जो भी हो अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या पुलिस
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करेगी या फिर कागजी खानापूर्ति कर मामले को रफा-दफा कर
दिया जायेगा ?