PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, अक्टूबर महीने के तीसरे और अंतिम जनता दरबार मे गया के शेरघाटी से युवक गौतम कुमार की फरियाद सुनकर भड़क गए। छात्र ने सीएम नीतीश से कहा कि हम यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन उनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं है, इसलिए प्राईवेट कोचिंग नहीं कर पा रहे हैं। हमें प्राईवेट कोचिंग करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करें। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राईवेट कोचिंग की मदद नहीं ले पा रहे तो हम क्या करें? प्राईवेट कोचिंग के लिए सरकारी मदद का प्रावधान नहीं है। छात्र की मांग को फालतू बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा- ऐसा कहिए कि हमें इसमें मदद करिये, ऐसा नहीं होता है। एक-एक चीज में मदद किया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश प्रवक्ता बबलू कुमार उर्फ बबलू प्रकाश ने कहा कि बिहार सरकार, आर्थिक रूप से कमजोर हजारों छात्रों का दर्द समझना चाहिए। अगर प्रावधान नही है तो छात्र हित में बिहार सरकार को योजना बनाना चाहिए।
बबलू ने कहा की बिहार में प्रावधान नही है लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में, अरविंद केजरीवाल की सरकार में प्रावधान है। दिल्ली सरकार, जय भीम मुख्यमंत्री योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को कोचिंग के लिए एक लाख रुपये तक की सहायता देती है। बबलू ने बताया केजरीवाल सरकार की यह योजना सिर्फ एससी (अनुसूचित जाति) छात्र- छात्राओं के लिए सीमित नहीं है बल्कि उन सभी बच्चों के लिए लागू है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। जिनके परिवार की आमदनी आठ लाख रुपये सालाना से कम है। आप के प्रदेश प्रवक्ता ने बिहार सरकार से मांग की है कि दिल्ली सरकार के तर्ज पर बिहार में भी गरीब छात्र- छात्रों के लिए योजना बनायी जाये, ताकि छात्र प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी निजी कोचिंग संस्थानों में पढाई कर अपना भविष्य बना सके।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट