GAYA : अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग सह स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार प्रत्यय अमृत द्वारा पटना जहानाबाद गया डोभी रोड एनएच 83 का निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण के क्रम में जहां भी हिंडरेंस पॉइंट ( अवरुद्ध वाली पैच) है, उन पैच का नियमित निरीक्षण कर अवरुद्ध के कारण को समाप्त करवाते हुए तेजी से सड़क निर्माण करवाने को कहा है। ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि गया ज़िला क्षेत्र में पड़ने वाले एनएच 83 सड़क के हिंडरेंस पॉइंट ( अवरुद्ध वाली पैच) को समाप्त करवाने के लिये डीएम एव एसएसपी स्तर से संयुक्त हस्ताक्षर से डे टू डे के लिये पैच वार दंडाधिकारी एव पुलिस फ़ोर्स प्रतिनियुक्त किया गया है, ताकि सड़क निर्माण में कोई अवरुद्ध नही रह सके। मुख्य सड़क में पड़ने वाले विद्यालय भवन को नए बने विद्यालय भवन में शिफ्ट करवाये एव सड़क में पड़ने वाले पुराने विद्यालय भवन को डिमोलिश करवाये। इसके पश्चात अपर मुख्य सचिव ने बेला चाकंद होते हुए कुजाप - बोधगया तक सड़को का निरीक्षण किया है। तत्पश्चात वह बाईपास घुघडी ताड़ पहुँच कर फल्गु नदी एवं मंदिर तक बनने वाले अप्रोच पथ की जानकारी ली। उन्होंने हर एक स्पॉट पर जा जाकर क्या क्या कार्य किये जाने हैं, उसकी पूरी विस्तार से जानकारी लिया है। पूल के नीचे उतरने वाले दोनों साइड अप्रोच पथ को निर्माण के लिये सभी आवश्यक कार्य पितृपक्ष मेला के पहले पूर्ण करवाने को कहा है, ताकि इस पितृपक्ष मेला में तीर्थयात्रियों को पैदल या ई रिक्सा के माध्यम से सीधे घाट एव मंदिर पहुच सके।
इसके पश्चात एयरपोर्ट दो- मोहान होते हुए महाबोधि संस्कृति केंद्र पहुच कर आगामी पितृपक्ष मेला के दृष्टिकोण से आरसीडी की सड़कों संबंधित एव स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं संबंधित बैठक कर जानकारी लेते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला में और भी अच्छी व्यवस्थाएं करनी होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न देश एवं राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए चकाचक सड़क अति महत्वपूर्ण है, इससे जिले की छवि प्रस्तुत होती है। लोगों का प्रथम इंटरेक्शन सड़क से ही बनती है। इसी दृष्टिकोण से चैलेंज के रूप में पितृपक्ष मेला के पहले खराब सड़कों को ठीक करवा लें। उन्होंने कहा कि वाराणसी की ओर से आने वाले सड़क जो गया जिला में प्रवेश करती है उसे ठीक करवाने की आवश्यकता है, तेजी से ठीक करवाये। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला को सफल बनाने के लिए प्रत्येक साल जिला प्रशासन द्वारा काफी बेहतर तरीके से तैयारी की जाती है, जिसका फलाफल काफी अच्छा साबित होता है। पिछले वर्ष भी पितृपक्ष मेला में तीर्थ यात्रियों को काफी अच्छी-अच्छी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई गई थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला पदाधिकारी के स्तर से जो भी सड़क मरम्मती की बातें कही जाती है, उसे पूरी प्राथमिकता से ठीक करवाये, इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।
ज़िला पदाधिकारी ने अपर मुख्य सचिव को 30 सड़कों की सूची उपलब्ध करवाया है। यह सभी सड़क पितृपक्ष मेला के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। डीएम ने बताया कि शहरी क्षेत्र की सड़क बुडको द्वारा काटी गई थी। परंतु स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जब तक आईसीडी के द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं प्राप्त होगा, तब तक नए सिरे से कोई भी सड़के नहीं काटी जाएगी। वर्तमान समय में काटी गई सड़कों को तेजी से ठीक करवाया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि मरम्मत की जाने वाली सड़को एवं नए सिरे से बनने वाली सड़को में क्वालिटी से कोई कंप्रमाइज नहीं किया जाएगा। पूरी गुणवत्ता के साथ सड़क निर्माण करवाये। उन्होंने निर्देश दिया है कि अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता आरसीडी प्रत्येक दिन गया जिले अंतर्गत सभी सड़कों का रोस्टर बनाकर निरीक्षण करेंगे। जिला पदाधिकारी ने अपर मुख्य सचिव को बताया कि गया कॉलेज के समीप से पुलिस लाइन की रोड काफी खराब है। वर्तमान समय में एवं पितृपक्ष मेला अवधि में उक्त रोड से काफी ज्यादा आवागमन लगा रहता है। यह सड़क सीधे ओटीए होते हुए बोधगया की ओर जाती है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि बोधगया 80 फीट मंदिर जाने वाली सड़क काफी खराब है उसे भी बनवाने की अति आवश्यकता है।
अपर मुख्य सचिव ने जिला पदाधिकारी गया को बताया कि बोधगया दो मोहन से एयरपोर्ट होते हुए OTA होते हुए सिकरिया मोड़ तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। उक्त सड़क से आवागमन में संध्या के दौरान काफी अंधेरा पाया गया है। इस दृष्टिकोण से उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ दो मोहान से सिकरिया मोड़ तक सोलर लाइट लगाया जाएगा ताकि उक्त सड़क पर रोशनी की पूरी व्यवस्था रखी जा सके। इसके पश्चात पितृपक्ष मेला की दृष्टिकोण से स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठक कर पितृपक्ष मेला की तैयारी के संबंध में जानकारी लिया है। उन्होंने निर्देश दिया है कि पिछले वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा काफी मेहनत एवं उत्कृष्टता के साथ मेला को स्वास्थ्य के क्षेत्र में सफल बनाया है। इस वर्ष भी उससे अधिक और मेहनत करते हुए मेला की तैयारी करें एवं सफल बनाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला अवधि में सभी एंबुलेंस को अलर्ट में रखें, मैनपावर की कोई कमी नहीं रखें। कॉविड टेस्ट की पूरी व्यवस्था रखें। डेंगू को ध्यान में रखते हुए नियमित फागिंग की व्यवस्था रखें। इसके अलावा उन्होंने मगध मेडिकल अस्पताल को भी सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने को कहा है।
निरीक्षण एव बैठक में सचिव आरसीडी संदीप कुमार आर, मैनेजिंग डायरेक्टर bsrdc शीर्षत कपिल अशोक, अभियंता प्रमुख आरसीडी, एनएच के वरीय अभियंता/ डायरेक्टर, विभागीय अभियंता गण, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर, कार्यपालक अभियंता पूल निर्माण निगम/ आरसीडी/ bsrdc सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
गया से मनोज की रिपोर्ट