DESK : तालिबान के दिए अफगानी लोंगो को सुरक्षा मुहैया कराने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, तालिबान ने फिर एक पत्रकार की हत्या कर दी है, हालांकि इस मामले को लेकर शुरुआत में कुछ कन्फ्यूजन भी हो गया था पर फिर पत्रकार ने खुद ट्वीट कर इसे गलत करार दिया।
अफगानिस्तान के प्रमुख संस्थान टोलो न्यूज़ के लिए काम कर रहे थे पत्रकार.
इससे पहले भी तालिबान ने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्धकी को भी मार दिया था.तालिबान भले ही अपने बदलने के तमाम दावे कर रहा है, लेकिन हरकतें सब गलत साबित कर रही है. तालिबान ने अब अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के पत्रकार की जमकर पिटाई की है, इतना ही नहीं उनके कैमरामैन को भी पीटा गया है। चैनल का कहना है कि तालिबान के गरीबी और बेरोजगारी को लेकर रिपोर्टिंग कर रहे जियार याद पर तालिबानियों ने हमला किया और उनके पास मौजूद मोबाइल और कैमरा भी छीन लिया।
पत्रकार संग बुरे बर्ताव के मामले पर पत्रकार संगठनों नें भी आपत्ति जताई है. कहा गया है कि जिस दिन से तालिबान ने अफगानिस्तान और काबुल पर नियंत्रण किया है, तब से उनका व्यवहार चिंता का विषय रहा है, दूसरी तरफ तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासीक ने कहा है कि हमने इस मुद्दे को गंभीरता से लिय़ा है और काबुल कमांडर के साथ बातचीत की गई है।