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आखिर दिल्ली में ही सुपुर्द-ए-खाक हुए शहाबुद्दीन, पोस्टमार्टम के बाद ITO कब्रगाह में हुए दफ़न

आखिर दिल्ली में ही सुपुर्द-ए-खाक हुए शहाबुद्दीन, पोस्टमार्टम के बाद ITO कब्रगाह में हुए दफ़न

PATNA: सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन का दिल्ली में ही अंतिम संस्कार किया गया। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर आईटीओ कब्रगाह में उन्हें दफनाया गया। शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा व उके कुछ खास लोग आईटीओ कब्रगाह में मौजूद रहे। इस दौरान वहां दिल्ली पुलिस भी मौजूद रही। 

बता दें, बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन कोरोना से संक्रमित थे। गंभीर स्थिति में उन्हें दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शनिवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद परिवार वाले उनका शव बिहार लाना चाहते थे। शहाबुद्दीन के समर्थक तिहाड़ जेल प्रशासन पर जान बूझकर साजिशन हत्या का आरोप लगा रहे थे। इसी बीच शहाबुद्दीन की पत्नी दिल्ली हाईकोर्ट गई जहां आज कोर्ट ने निर्णय दिया कि शहाबुद्दीन का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार बिहार की बजाए दिल्ली में ही किया जाए। कोर्ट के आदेश पर शहाबुद्दीन आईटीओ कब्रगाह में सुपुर्द-ए-खाक हुए। 

शहाबुद्दीन के निधन के बाद उनके समर्थकों में काफी गुस्सा है। कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में शहाबुद्दीन का पोस्टमार्टम पंडित दीन दयाल अस्पताल में सोमवार दोपहर किया गया। उसके बाद उनके समर्थक अड़े रहे कि डेड बॉडी उन सबों को सौंप दी जाए। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि 15 से 20 लोग अंतिम संस्कार में जाएं। शहाबुद्दीन के पुत्र ने उनकी मौत को साजिश करार देते हुए पोस्टमार्टम की मांग की थी। प्रशासन और शहाबुद्दीन के समर्थकों को बीच काफी कहासुनी हुई। प्रशंसक उनके पार्थिक शरीर को सीवान ले जाना चाहते थे। आखिकार तय हुआ है कि प्रशासन की निगरानी में उनके समर्थक दिल्ली स्थित ITO कब्रगाह में उन्हें दफन करेंगे। 

शहाबुद्दीन का शव बिहार लाने में राजद नेताओं द्वारा कोई मदद नहीं किये जाने से बेटे ओसामा समेत उनके समर्थकों में भारी नाराजगी है। सोशल मीडिया के माध्यम से शहाबुद्दीन के समर्थकों ने तेजस्वी यादव को साफ चेतावनी दे दी है कि समय बदलेगा और हिसाब चुकता किया जाएगा। सामाजिक कार्यकर्ता मो. तमन्ना ने कहा है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पूरी पोल खुल गई। ये लोग अल्पसंख्यकों को सिर्फ वोट बैंक समझते हैं। 



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