MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर जिले के केंद्रीय कारा में बंद नाइजीरिया के दो नागरिक जिन्हें पासपोर्ट नियमों के उल्लंघन में केंद्रीय कारा भेजा गया था । जहां वह 3 साल से बंद थे , उनके जीवन में अचानक से नया मोड़ आया। महापर्व छठ के बाद माननीय न्यायालय के माध्यम से उन्हें रिहाई मिल गई । इसमें विशेष यह रहा कि विदेशी नागरिक स्वयं एक छठ व्रती बना और उसने केंद्रीय कारा में रहकर पूरी निष्ठा लगन और नियम संगत तरीके से छत महापर्व का एक व्रती बनकर पालन किया ।
बिहार के मुजफ्फरपुर के खुदीराम बोस जेल में करीब 3 साल तक बंद रहने के बाद रिहा हुए दो नाइजीरियन सिटीजन ने कहा की छठ महापर्व की अपने देश में चर्चा करेंगे और अगले 5 वर्ष तक छठ का पर्व पूरी निष्ठा से निभाएंगे । इतना ही नहीं हिंदू के रुद्राक्ष और कमरबंद धागे की खूबी बताते हुए कहा इससे मिली मानसिक रूप से शांति ने कारावास का समय बीताने में अहम मदद किया।
यहां बताते चलें कि बीते दिनों केंद्रीय जेल परिसर में छठ पूजा का व्रत करके आया था सुर्खियों में और अपनी रिहाई की इच्छा को लेकर महापर्व छठ को निभाया इस नाइजीरिया नागरिक युगवुम सिनाची ओनिया और सोलोमोन अलीग्वियु ने । बताई भारत के इस महापर्व को लेकर गुणगान तो जेल में मिले मानवीय संवेदना परक सहयोग की बात भी कही।
REPORTED BY GOVIND KUMAR