बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बस-कार-ऑटो के बाद अब लांच होने जा रही है देश की पहली सीएनजी बाइक, एक महीने में दौड़ेगी सड़कों पर

बस-कार-ऑटो के बाद अब लांच होने जा रही है देश की पहली सीएनजी बाइक, एक महीने में दौड़ेगी सड़कों पर

PATNA : देश के लगभग सभी बड़े शहरो में सीएनजी से चलनेवाली कारे, बस और ऑटो है। अब जल्द ही बाइक भी सीएनजी से चलती हुई नजर आएगी। मशहूर बाइक निर्माता कंपनी बजाज सीएनजी बाइक को लांच करने जा रही है। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में बजाज की यह खास बाइक सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएगी। इस बाइक का नाम ब्रूजर हो सकता है। 

बजाज ने पेश किया था पहला सीएनजी ऑटो

बता दें कि ढाई दशक पहले बजाज ऑटो ने भारत में CNG से चलने वाला ऑटो रिक्शा पेश किया था, जिसने सार्वजनिक परिवहन में बड़े पैमाने पर क्रांति ला दी थी। अब, जब CNG यात्री वाहनों में एक आम बात बन गई है खासकर फ्लीट और शेयर्ड मोबिलिटी क्षेत्र में तब बजाज फिर एक बार मार्केट में नई क्रांति करने जा रहा है, जो सीएनजी टू व्हीलर के रूप में दुनिया के सामने आएगी।

एक साल से चल रही है टेस्टिंग

रिपोर्ट के मुताबिक बजाज लंबे समय से CNG मोटरसाइकिल पर काम कर रहा है और पिछले एक साल में कई बार इस सीएनजी बाइक के टेस्ट म्यूल्स को कई मौकों पर देखा गया है। 

5 जुलाई को होगी लांच

अब हम पुष्टि कर सकते हैं कि यह बाइक 5 जुलाई 2024 को अपना आधिकारिक डेब्यू करने के लिए तैयार है। बजजा CNG बाइक का अनावरण पुणे में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में किया जाएगा

ब्रूजर हो सकता है नाम

आने वाली CNG बाइक के नाम को लेकर अभी भी अस्पष्टता है। हालांकि, रिपोर्ट्स बताती हैं कि इसे ‘ब्रूज़र’ कहा जा सकता है, जिसे हाल ही में चाकन स्थित बाइक निर्माता ने भारत में ट्रेडमार्क किया है।  बजाज सीएनजी बाइक संभवतः डबल क्रैडल फ्रेम पर आधारित होगी और इसमें ‘स्लोपर इंजन’ हो सकता है। हालांकि इस इंजन के बारे में सटीक विवरण अभी भी गुप्त हैं, लेकिन इसमें 110-150 सीसी इंजन होने की उम्मीद है। 

अतिरिक्त रेंज प्रदान करने और सीएनजी खत्म होने पर बैकअप के रूप में काम करने के लिए एक छोटा पेट्रोल टैंक भी इस बाइक में दिया गया है। इस सीएनजी बाइक को लेकर बजाज का दावा है कि आगामी सीएनजी बाइक ऑपरेटिंग और फ्यूल कॉस्ट की लागत में 50-65 प्रतिशत तक की कटौती करने में सक्षम होगी।

Editor's Picks