भारत में सस्ते स्टील के आयात पर केंद्र सरकार का एक्शन, क्या घर बनाना होगा महंगा?

भारत में चीन से आने वाले सस्ते स्टील पर नई ड्यूटी लगने से घरेलू स्टील की कीमतें बढ़ सकती हैं। जानें, इस फैसले का घर बनाने और खरीदने पर क्या असर होगा।

भारत में सस्ते स्टील के आयात पर केंद्र सरकार का एक्शन, क्या
home construction- फोटो : social media

Indian Home Cost: भारत में चीन से सस्ते स्टील के आयात पर चर्चा तेज हो गई है, और इससे न केवल स्टील कंपनियों बल्कि आम नागरिकों पर भी असर पड़ सकता है। टाटा स्टील और जिंदल जैसी बड़ी भारतीय कंपनियां लंबे समय से चीन से आने वाले सस्ते स्टील का विरोध कर रही हैं। अब ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार इस दिशा में कदम उठाने जा रही है, जिससे सस्ते स्टील के आयात पर नई ड्यूटी लगाई जा सकती है।

चीनी स्टील पर ड्यूटी लगाने की तैयारी

अगर चीन से स्टील आयात पर अधिक ड्यूटी लगाई जाती है, तो स्टील की कीमतें घरेलू बाजार में बढ़ सकती हैं। चीनी स्टील के सस्ते होने से भारतीय कंपनियों को मूल्य निर्धारण में दिक्कतें आ रही थीं, जिसके कारण घरेलू कंपनियों को अपने दाम कम रखने पड़ रहे थे। टाटा स्टील के सीईओ टीवी नरेंद्रन ने बताया कि सरकार जल्द ही इस पर कड़ा कदम उठा सकती है, जिससे भारतीय स्टील निर्माता अपनी कीमतों को नियंत्रित कर सकेंगे।

स्टील डंपिंग से भारतीय कंपनियों को नुकसान

भारतीय कंपनियों का कहना है कि चीन द्वारा स्टील डंपिंग से भारतीय बाजार में सस्ते दामों पर स्टील बेचा जा रहा है। चीनी कंपनियां घाटे में चल रही हैं, जबकि भारत की स्टील इंडस्ट्री निजी कंपनियों के नेतृत्व में है। इस स्थिति से घरेलू स्टील उत्पादक कंपनियों को नए निवेश के लिए नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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घर बनाने और खरीदने पर असर

अगर चीन से सस्ते स्टील का आयात घटता है और भारतीय स्टील कंपनियां कीमतें बढ़ाती हैं, तो इसका सीधा असर घर बनाने और खरीदने की लागत पर पड़ेगा। स्टील निर्माण की एक महत्वपूर्ण सामग्री है, और इसकी कीमतों में बढ़ोतरी से निर्माण की लागत बढ़ सकती है। इससे रियल एस्टेट सेक्टर पर भी प्रभाव पड़ेगा, जिससे घर खरीदने वाले आम नागरिकों पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ सकता है।

स्टील एक्सपोर्ट में गिरावट

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत का स्टील एक्सपोर्ट अप्रैल-जनवरी 2024-25 में 28.9% गिरा है, जो पिछले साल की तुलना में कम है। हालांकि, इस दौरान भारत स्टील का नेट इम्पोर्टर बना रहा है। ऐसे में अगर अमेरिकी टैरिफ नीतियां बदलती हैं, तो भारतीय स्टील कंपनियों को वैश्विक बाजार में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

टाटा स्टील पर असर

टाटा स्टील की यूरोपीय यूनिट अमेरिका को भी स्टील एक्सपोर्ट करती है। अगर अमेरिका ने चीन से आने वाले स्टील पर टैरिफ बढ़ाया, तो इसका सीधा असर भारतीय कंपनियों पर भी पड़ेगा।

भारतीय स्टील इंडस्ट्री 

भारतीय स्टील इंडस्ट्री चीन से आने वाले सस्ते स्टील के कारण मूल्य निर्धारण में मुश्किलों का सामना कर रही है। अगर सरकार इस दिशा में कदम उठाती है और चीन से स्टील आयात पर ड्यूटी लगाती है, तो इसका असर निर्माण उद्योग पर पड़ेगा, जिससे घर बनाने और खरीदने की लागत बढ़ सकती है। ऐसे में आम नागरिकों को इस फैसले का वित्तीय भार उठाना पड़ सकता है।