कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने के बाद राजद ने पीएम मोदी से कर दी एक और बड़ी मांग, लालू की पार्टी का बड़ा दांव

पटना. पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद लालू यादव की पार्टी राजद ने केंद्र की मोदी सरकार से एक और बड़ी मांग की है. लालू यादव के वैचारिक गुरु माने जाने वाले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के बाद इस पर जमकर राजनीति भी हो रही है. भाजपा और एनडीए के अन्य घटक दलों की ओर से इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार और जननायक को दिया गया सम्मान बताया जा रहा है. वहीं इस पर राजद की ओर से अब भाजपा को निशाने पर लिया गया है. राजद सांसद मनोज झा ने बुधवार को कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का स्वागत किया, साथ ही भाजपा को कई बातें याद दिलाई. इतना ही इस दौरान एक और मांग पूर्ण करने की पीएम मोदी नीत केंद्र सरकार से मांग कर दी.
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा, 'यह बहुत ही स्वागत योग्य कदम है, लेकिन इसकी पृष्ठभूमि जानने की जरूरत है. कर्पूरी ठाकुर तो लालू यादव के वैचारिक गुरु थे. दो साल पहले तेजस्वी यादव ने पुरजोर तरीके से इसकी मांग की थी कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिले. उन्होंने कहा, अब प्रधानमंत्री से केवल इतना ही अनुरोध है कि बिहार में हमने जातीय जनगणना कराई और फिर आरक्षण का दायरा बढ़ाया है. अब इसे नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए अन्यथा कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देना प्रतीकात्मक लगेगा.’
दरअसल, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत महागठबंधन सरकार ने जातीय गणना कराई थी. 2 अक्टूबर 2023 को इसकी रिपोर्ट भी जारी कर दी गई. इसमें अलग अलग जातियों के जो आंकड़े आए हैं, उसमें अति पिछड़ा वर्ग से आने वाली जातियों की संख्या सबसे ज्यादा है. वहीं जाति गणना के बाद आरक्षण के दायरे को भी बढ़ाया गया है. अब आरक्षण के अंतर्गत 65 फीसदी कोटा निर्धारित किया गया है.
राजद की ओर से अब लगातार मांग की जा रही है कि जाति गणना और आरक्षण के जो बदलाव हुए हैं उसे संविधान की 9 वीं अनुसूची में शामिल किया जाए. हालांकि केंद्र सरकार की ओर से अब तक इस पर कुछ भी नहीं कहा गया है. वहीं अब कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के बाद राजद ने फिर से अपनी इस मांग को दोहराया है.