PATNA: लोकसभा चुनाव सिर पर है. अगले साल मार्च-अप्रैल में रणभेरी बज जाएगी और योद्धा चुनावी समर में कूद जाएंगे. रणभेरी बजने से पहले तक का मौसम जनता को बरगलाने का होता है. इस मौसम में नेता खुद को विकास पुरूष साबित करने में जुटा रहता है. नेताजी तरह-तरह की योजनाओं का शिलान्यास करते हैं. शिलान्यास के बहाने यह बताने की कोशिश करते हैं हम ही आपके सच्चे हितैषी है. अगर आपने वोट देकर हमें जिताया तो शिलान्यास की गई योजनाओं को पूर्ण कराकर उद्घाटन भी करेंगे. इन दिनों कई लोकसभा क्षेत्रों में स्थानीय सांसद यही काम कर रहे हैं. सत्ताधारी दल के एक उम्रदराज नेताजी इन दिनों भारी टेंशन में हैं. उम्रदराज सांसद महोदय को कई मोर्चों पर एक साथ जुझना पड़ रहा है. टिकट में उम्र भी जबरदस्त बाधक बन रहा है. दल के अंदर और जनता में भी भारी नाराजगी है. लिहाजा नाराजगी को कम करने के लिए उम्रदराज नेताजी तरह-तरह का जतन कर रहे. उम्रदराज सांसद इन दिनों अपने क्षेत्र में उड़नखटोला उतार धड़ाधड़ शिलान्यास कर रहे हैं. उड़नखटोले के भरोसे नेताजी फिर से जनता का विश्वास जीतने की जुगत में हैं.
नेताजी ने 2019 में ही किया था ऐलान- यह मेरा अंतिम चुनाव, पांच सालों में भूल गए वादा
लोकसभा चुनाव से पहले सीटिंग सांसद माहौल बनाने में जुट गए हैं. दनादन शिलान्यास किय़ा जा रहा है. शिलापट्ट पर नाम खुदवाकर बताने की कोशिश की जा रही है कि आपकी समस्याओं के समाधान को हम कृतसंकल्पित हैं. एक दृश्य के माध्यम से आप समझिए. एक नेताजी जो सीटिंग सांसद है. उम्रदराज हैं, 2009 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं. फिर से चुनावी समर में उतरने को बेताब है. वैसे यहां बताना जरूरी है कि उम्रदराज नेताजी अपने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ऐलान कर चुके हैं ''2019 का चुनाव उनका अंतिम चुनाव है''. लेकिन समय बीतने के साथ वो बात भूलकर फिर से चुनावी समर में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. उम्रदराज नेता जी इस फार्मूले पर चलते हैं कि ''बात आई और गई''...।
पहले चरण में नेताओं को बुलवाकर ऐलान कराया- 2024 में फिर से कैंडिडेट रहूंगा
उम्रदराज सांसद जैसा कि उन्होंने ऐलान किया था कि 2019 का चुनाव उनका अंतिम चुनाव है,लिहाजा लोगों ने मान लिया था कि 2024 में वे चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे. समय बीतने के बाद नेताजी के संसदीय क्षेत्र में चर्चा शुरू हुई कि इस बार उम्रदराज नेताजी चुनाव नहीं लड़ेंगे. पार्टी भी उम्रदराज को टिकट नहीं देगी. जनता और दल के नेताओं के मन की बात जब सार्वजनिक हुई तो उम्रदराज नेताजी एक्टिव हुए. पहले चरण में दल के कई नेताओं को अपने संसदीय क्षेत्र में बुलााया.सभी नेताओं से ऐलान कराया कि वे ही एक बार फिर से दल के उम्मीदवार होंगे. दूसरे के लिए यहां कोई जगह नहीं है. लोग चर्चा पर ध्यान न दें. उम्रदराज नेताजी का यह अभियान अब खत्म हो गया है.
उम्रदराज नेता जी अब स्वजातीय नेता को बुलवाकर करा रहे शिलान्यास
अब दूसरे चरण में में उम्रदराज नेताजी ने मंत्रियों को क्षेत्र में बुलवाना शुरू कर दिया है. हेलिकॉप्टर से लैंडिग कराई जा रही है. मंत्री जी से शिलान्यास कराया जा रहा है. साथ ही यह बताने की कोशिश की जा रही है कि हम ही इस क्षेत्र का विकास करेंगे. हाल ही में उम्रदराज नेता जी अपने स्वजातीय मंत्री को लेकर संसदीय क्षेत्र में पहुंच गए. उनसे 1-2 करोड़ की योजना का शिलान्यास कराया है. वैसे यह कोई पहला कार्यक्रम नहीं, चुनाव से पहले तक उम्रदराज नेताजी इस तरह की अन्य योजनाओं का भी शिलान्यास करायेंगे,मंत्रियों को बुलायेंगे, हेलिकॉप्टर उड़वायेंगे. बता दें, सांसद महोदय को भी पांच सालों तक वजीर बनने का मौका मिला. खराब परफॉरमेंस के बाद 2019 में चुनाव जीतने के बाद भी इन्हें ड्रॉप कर दिया गया था. इस बार तो उम्रदराज नेताजी से संगठन में 'उप' का पद भी वापस ले लिया गया है.