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पहले इनकार अब स्वीकार ! एके-47 लिए तस्वीर वायरल होने के बाद पल्ला झाडने वाली 'पार्टी' ने लिया यू-टर्न..अब दे दिया पद, दल के अंदर ही जबरदस्त चर्चा

पहले इनकार अब स्वीकार ! एके-47 लिए तस्वीर वायरल होने के बाद पल्ला झाडने वाली 'पार्टी' ने लिया यू-टर्न..अब दे दिया पद, दल के अंदर ही जबरदस्त चर्चा

PATNA: बिहार में ए.के.47 वाली नेत्री को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार की शौकीन को उस दल ने जिम्मेदारी दी है जो अपने आप को सबसे अलग मानती है. जिम्मेदारी मिलने बाद दल के नेता भी भौंचक है. कह रहे जिसे कल तक पार्टी प्राइमरी मेंबर तक मानने को तैयार नहीं थी, उसे संगठन के एक विंग का अधिकृत भोंपू बना दिया गया है.

लिस्ट में नाम पढ़ते ही एके-47 वाली तस्वीर की याद ताजा हो जा रही

दरअसल, बड़ी पार्टी के एक विंग की तरफ से पिछले महीने ही पदाधिकारियों की सूची घोषित की गई थी. उस सूची में वैसे तो कई नामों की चर्चा है, लेकिन एक नाम पर आकर सबकी निगाहें टिक जा रही. नाम पढ़ते ही सभी लोगों को कुछ माह पहले की उस खबर की याद ताजा हो जा रही. जब राजधानी में एक नेत्री की एके.47 लिए तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई थी. तस्वीर वायरल होने के बाद खूब चर्चा हुई. मामला राजधानी के पुलिस कप्तान तक पहुंच गया, किरकिरी होने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था. उस केस में क्या हुआ यह तो पुलिस या फिर जिन पर मुकदमा दर्ज हुआ था, वे लोग ही बता सकते हैं. लेकिन अत्याधुनिक हथियार लेकर फोटो शूट कराने की चर्चा के बाद अब एक नई चर्चा दल के अंदर ही जबरदस्त रूप से चल रही है. 

पहले इनकार अब स्वीकार 

बड़े दल के नेताओं को भी याद है, एक नेत्री की एके- 47 लिए तस्वीर सामने आई थी, तब कहा गया था कि जिसके हाथ में एके-47 है, वो सबसे अलग दल से जुड़ी हैं. मीडिया में खबर छपी तो उस दल ने नेत्री को अपना प्रइमरी मेंबर तक मानने से इनकार कर दिया था. बजाप्ता पार्टी के अधिकृत भोंपू की तरफ से मीडिया में बयान दिया गया था, जिसमें कहा गया कि जिनके हाथ में एके-47 दिख रहा उनका पार्टी से कोई नाता नहीं है. खैर...एके-47 वाली तस्वीर की बात पुरानी हो गई. दल के द्वारा 'प्राइमरी मेंबर नहीं हैं' बताने वाली बात भी पुरानी हो गई. बात आई और गई...एक ही बात को पकड़कर बैठे रहने से क्या फायदा ?  शायद बड़ी और अपने आप को अलग बताने वाली पार्टी इसी फार्मूले पर चल रही है. तभी तो इतनी चर्चा होने और उससे पल्ला झाड़ने के बाद भी अपने आप को अलग बताने वाली पार्टी ने संगठन में पद दे दिया. यानि अब उसे अधिकृत कर दिया गया. एके-47 वाली बात पुरानी हो गई, सबसे अलग बताने वाले दल ने नेत्री को पद देकर स्वीकार किया. है न बदलते दौर की पार्टी ...? 

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