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गजब! CM नीतीश के 'घर' के लड़के ने ही 'मुख्यमंत्री' की खोली पोल, कहा- आपके लिए 'जुगाड़ टेक्नोलॉजी' से जलाया गया था स्ट्रीट लाइट, फिर क्या था...

गजब! CM नीतीश के 'घर' के लड़के ने ही 'मुख्यमंत्री' की खोली पोल, कहा- आपके लिए 'जुगाड़ टेक्नोलॉजी' से जलाया गया था स्ट्रीट लाइट, फिर क्या था...

PATNA:  मुख्यमंत्री नीतीश के घर के लड़का ने ही उनकी पूरी पोल खोल दी. कहा कि आप उद्घाटन कर गये,उसके अगले ही दिन स्ट्रीट लाइट बंद हो गया। आपके लिए जुगाड़ टेक्नोलॉजी से स्ट्रीट लाइट जलने की व्यवस्था की गई थी. आपने जल मीनार का जो उद्घाटन किया था उसका भी हालत खराब है। बिजली नहीं रहने पर पानी की सप्लाई नहीं होती है। दरअसल,फरियादी कोई और नहीं बल्कि नीतीश कुमार की जन्मस्थली बख्तियारपुर का था। युवक ने कहा कि बख्तियारपुर ब्लॉक परिसर में पानी टंकी तो लगा है, लेकिन उसका लाभ नहीं मिल पा रहा।स्ट्रीट लाइट भी उद्घाटन किया गया था, लेकिन जिस दिन आप आये सिर्फ उसी दिन जला. फिर जलता कहां है।

नीतीश के घऱ में ही खुली पोल 

अपने घर  की शिकायत सुन नीतीश कुमार ने कहा कि तुम अभी बता रहे हों, पहले क्यों नहीं बताये,हम तो बख्तियारपुर गये थे. हम तो लगातार घूमते ही रहते हैं. तुमको पहले बताना चाहिए था। फरियादी ने कहा कि हम तो आपसे मिलना चाह रहे थे,लेकिन मुलाकात कहां हो रही थी. हम आपके साथ फोटो खिंचाना चाहते थे.युवक ने कहा कि आप 2018 में घर गये थे। उस शाम का समय था तो अधिकारियों ने स्ट्रीट लाइट को टेंट हाउस से कनेक्शन कर उसे जलाया था। आप लौटे इसके बाद स्ट्रीट लाइट बंद हो गया। वह आज तक बंद है।  जन्मस्थली बख्तियारपुर में अपने हाथों से उद्घाटित योजनाओं की हालत सुन नीतीश कुमार ने पहले पटना डीएम को फोन लगाय़ा. फिर जिलाधिकारी और नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव को तलब किया। दोनों अधिकारियों ने अपनी बात रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि युवक ने पेयजल और स्ट्रीट लाइट को लेकर शिकायत की है। इसका समाधान कराइए। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में एक युवक ने पंचायत में सरकारी राशि गबन की शिकायत की। फरियादी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा कि हमारे पंचायत में बिना काम किये,सरकारी राशि की निकासी कर ली गई। कोई भी काम नहीं हुआ लेकिन पैसा निकल गया। यह शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश ने मुख्य सचिव को बुलाया। मुख्य सचिव से कहा कि यह देखिए. बिना काम के ही सरकारी राशि की निकासी हो गई है। इसको देखना पड़ेगा न.....इसकी जांच कराइए। इसीलिए आपको बुलाये थे। 

महिला फरियादी ने कहा कि हमारे पति सरपंच थे। 2021 में उनकी मृत्यु हो गई थी। सरकार की तरफ से दी जाने वाली अनुग्रह राशि नहीं मिली। महिला की शिकायत सुन नीतीश कुमार भौंचक रह गये। उन्होंने कहा कि यह कैसे हो सकता है। प्रतिनिधियों की मौत के बाद तो सरकारी सहायता का प्रावधान हमने कर दिया है। इसके बाद भी क्यों नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने तुरंत अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को बुलाया और कहा कि कैसे नहीं सहायता राशि मिली। हमने तो कर दिया कि मुखिया,सरपंच जैसे जन प्रतिनिधियों की मौत के बाद सरकारी सहायता मिलती है। फिर क्यों नहीं मिला,आप खुद इसको देखिए। 

एक लाख रू की रिश्वत मांगी जा रही 

 बिहार राज्य पथ परविहन निगम के एक रिटायर्ड कर्मी ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारा रिटायरमेंट नहीं दिया जा रहा। कोर्ट का भी आदेश आया. फिर भी विभाग के अधिकारी रिटायरमेंट का लाभ नहीं दे रहे। रिश्वत की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि एक लाख रू दो तब पैसा जायेगा।सहरसा के फरियादी द्वारा रिटायरमेंट लाभ के लिए एक लाख रू रिश्वत मांगे जाने पर मुख्यमंत्री बोले,परिवहन विभाग वाले को लगाओ। इसके बाद फोन परिवहन विभाग के सचिव को लगाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्यों नहीं लाभ मिल रहा है। फरियादी कह रहा कि कोर्ट का भी आदेश आया है,इसके बाद भी नहीं दिया जा रहा। इसको देखिए...।

एक दिव्यांग फरियादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की. कहा कि उन्हें जविप्र का लाईसेंस नहीं दिया जा रहा। हर जगह फरियाद लगाई,प्रधान सचिव ने भी आदेश दे दिया लेकिन डीएम सुन नहीं रहे। इस पर सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इस मामले को देखने को कहा. वहीं मधेपुरा से आये एक शख्स ने कहा कि हमारे टोला में सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। इस पर मुख्यमंत्री ने पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को फोन कर कहा कि देखिए इसको. जब सारा काम किया हुआ है तो सड़क क्यों नहीं बनी। 

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