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शिवहर में मतदान शुरू होते ही लवली आनंद ने किया बड़ा दावा, मतदाताओं से पुराना रिश्ता बताकर कर दी खास अपील

शिवहर में मतदान शुरू होते ही लवली आनंद ने किया बड़ा दावा, मतदाताओं से पुराना रिश्ता बताकर कर दी खास अपील

पटना. बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी और शिवहर से जेडीयू उम्मीदवार लवली आनंद ने शनिवार को कहा कि शिवहर के लोगों को हमें वोट देना चाहिए क्योंकि हमारा उनसे पुराना रिश्ता है। शिवहर की जनता ने आनंद मोहन को पहले और दो बार यहां से सांसद बनाया है।" उस समय बहुत सारे विकास कार्य हुए थे. शिवहर में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ है. यहां जदयू की लवली आनंद और राजद की रितु जायसवाल में मुकाबला माना जा रहा है. वहीं एआईएमआईएम ने राणा रंजित सिंह को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में यहाँ मुकाबला काफी रोचक माना जा रहा है. 

लवली आनंद ने मतदान शुरू होते ही दावा किया कि शिवहर से उनके परिवार का पुराना नाता है. उनके पति आनंद मोहन पहले दो बार सांसद रहते हुए यहां काफी विकास का कार्य किये. अब उनके बेटे चेतन आनंद भी यहाँ से विधायक रहते हुए लोगों के लिए काफी काम क्र रहे हैं. ऐसे में शिवहर इस बार भी विकास के नाम पर वोट कर रहा है. हमलोग काम करने वाले हैं. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने काफी विकास किया है. ऐसे में शिवहर की जनता डबल इंजन की सरकार को वोट देगी तो विकास के नए आयाम बनेंगे. 

आनंद मोहन के लिए शिवहर कोई नई जगह नहीं है. नब्बे के दशक में शिवहर में बाहुबली आनंद मोहन का जलवा रहा. 1993 में बिहार पीपुल्स पार्टी के नाम से राजनीतिक दल बनाया. लोकसभा चुनाव 1996 में उन्होंने समता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते. लोकसभा चुनाव 1998 में आनंद मोहन ने ऑल इंडिया राष्ट्रीय जनता पार्टी के टिकट विजयी होने में सफल रहे. इतना ही नहीं आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद भी शिवहर से विधायक हैं. ऐसे में आनंद मोहन परिवार की यहां गहरी पैठ मानी जाती है. ऐसे में लवली आनंद यहां बड़ी जीत का दावा कर रही है.

शिवहर में कुल 1686215 मतदाता हैं. इसमें पुरुष मतदाता 896691 और महिला मतदाताओं की संख्या 789456 है. जातीय समीकरण में शिवहर लोकसभा में सबसे अधिक वैश्य मतदाता हैं, जो 25 फीसद के करीब हैं यानी वैश्य की अलग अलग उप जातियों के करीब 4 लाख वोटर हैं. इसके बाद दूसरे नंबर पर मुस्लिम मतदाता हैं, जो करीब दो लाख से ज्यादा हैं. राजपूत वोटर 2 लाख के करीब हैं. वहीं करीब 6 लाख मतदाता  अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा और पिछड़ा वर्ग से आते हैं. 

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