GUWAHATI: एक तरफ जहां तालिबान की क्रूरता औऱ आतंक से समूचा विश्व परेशान हैं, वहीं हमारे देश के पूर्वोत्तर इलाके भी इस वक्त सुलग रहे हैं। तकलीफ बस इतनी-सी है कि भारत के पूर्वोत्तर इलाकों पर नजर रखी नहीं जाती है, ना ही मीडिया यहां की खबरों को प्रमुखता से उठाता है। जिस वजह से यह कटे-कटे से प्रतीत होते हैं।
इस वक्त असम के दीमा हसाओ में तालिबान जैसी क्रूरता की ही खबर सामने आई है। दरअसल, जिले के लंका रोड में संदिग्ध उग्रवादियों ने देर रात 7 ट्रकों में आग लगा दी। आग लगाने से पहले उन्होनें ट्रकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे ट्रक ड्राइवरों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। अचानक और जोरदार तरीके से हमले से ट्रक ड्राइवर डरकर वहीं छिप गए। जिसके बाद संदिग्ध उग्रवादियों ने ट्रकों में आग लगा दी। जिससे 5 ट्रक ड्राइवरों की जिंदा जलकर मौत हो गई। यह अपने आप में सनसनीखेज और हैरान कर देने वाली घटना है जो लंका रोड स्थित दिसमाओ गांव में घटी है।
घटना के बाद सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पांच शव बरामद किए हैं। जानकारी के मुताबिक, घटना गुरुवार रात दीमा हसाओ जिले के लंका रोड स्थित दिसमाओ गांव के पास घटी। दीमा हसाओ में उमरंगसो -लंका रोड पर दिसमाओ गांव के पास सात ट्रक जा रहे थे। इस दौरान संदिग्ध उग्रवादियों ने ट्रकों पर पहले फायरिंग की। इसके बाद ट्रकों में आग लगा दी। इससे पांच ट्रक चालक की जिंदा जलने से मौत हो गई। असम पुलिस ने घटना के पीछे उग्रवादी समूह डिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (DNLA) का हाथ होने की संभावना जताई है। फिलहाल मामले की उच्चस्तरीय जांच जारी है।