नालंदा. राजगीर में आयोजित सभा में संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अम्बेडकर के प्रपौत्र डॉ. राजरत्न अम्बेडकर के बयान का वायरल वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में राजरत्न अम्बेडकर अपने समर्थकों को शपथ दिला कर कह रहे हैं कि हमलोग हिंदू देवी देवता को नहीं मानते हैं. साथ ही राजरत्न आम्बेडकर का कहना है कि गौतम बुद्ध राम और कृष्ण का अवतार नहीं है.
वहीं इसको लेकर डॉ. राजरत्न अम्बेडकर के विरोध में कई हिंदू संगठनों व महंतों ने बयान जारी कर एक स्वर से कहा है कि संविधान की मूल प्रति के पन्नों पर भी श्री राम व भगवान कृष्ण की तस्वीरें अंकित हैं. अपना देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. आजादी से लेकर अब तक यहां सभी धर्मों को सम्मान मिला है. उनके बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित बताया.
हिंदू संगठन के लोगों ने कहा है कि भारतीय संविधान के मूल दस्तावेज पर भगवान राम-कृष्ण, हनुमान, भगवान बुद्ध के साथ ही दर्जनों महापुरुषों की तस्वीरें अंकित हैं. उसपर संविधान सभा के सभी सदस्यों के हस्ताक्षर हैं. इनमें बाबा साहब भीम राव आम्बेडकर जी का भी हस्ताक्षर है. उन्होंने कभी भी हिंदू देवी-देवताओं की निंदा तक नहीं की. आज उनके ही सिद्धांतों के विरुद्ध जाकर इस तरह की गलतबयानी कर वोट बैंक की राजनीति करने में लगे हैं. संगठन ने राजरत्न आम्बेडकर से माफी मांगने की मांग की है.