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कुछ ही पलों में बोरवेल से निकाली जा सकती है सना, रेस्क्यू टीम ने शुरू की हैंड डिगिंग

कुछ ही पलों में बोरवेल से निकाली जा सकती है सना, रेस्क्यू टीम ने शुरू की हैंड डिगिंग

MUNGER : करीब 27 घंटे से 110 फीट गहरे बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम बच्ची सना को बचाने की कवायद जारी है। बच्ची को बचाने के लिए खोदे गए गड्ढे को ढंक दिया गया है ताकि बारिश का पानी गड्ढेे में ना जाए। बच्ची को बचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने हैंड डिगिंग शुरू किया। ये तब किया जाता है जब टीम अपनी मंजिल पर पहुंच चुकी होती है। टीम के मुताबिक बच्ची की हरकत महसूस की जा रही है। अब बस कुछ ही पलों में बच्ची को बाहर निकाल लिया जायेगा। 

घटनास्थल पर मेडिकल की टीम को अलर्ट कर दिया गया है ताकि जैसे ही बच्ची  निकलेगी वैसे ही उसे अस्पताल ले जाया जा सके। बोरवेल में फंसी बच्ची जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है, मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम के मुताबिक बच्ची की सांसें चल रही हैं और वह अपनी मां की आवाज पर हरकत कर रही है। घटना मंगलवार की शाम चार बजे की है।

उसे सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन और स्थानीय लोगों ने पूरी ताकत झोंक दी है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाल ली है। अब उम्मीकद है कि अगले कुछ ही देर में बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाल लिया जायेगा। 

इससे पहले एसडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशासन की सहयोग से सारे ऑपरेशन को अपने हाथों में ले लिया था। रेस्क्यू के लिए मौके पर एल शेप में गड्ढा खोदा गया है। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीत ने बताया कि अभी 32 फीट गड्ढा खोदा जा चुका है, जबकि करीब अब कुछ ही फीट और गड्ढा करना बाकी है। इधर, बोरवेल में गिरी बच्ची सना की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मां लगातार बच्ची को बोरवेल के बाहर से आवाज दे रही है। 

बता दें कि घटना मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के मुर्गियाचक मुहल्ले की है। मंगलवार की शाम चार बजे खेलने के दौरान सना बोरवेल में गिर गयी थी। लाइट और सीसीटीवी कैमरे के जरिए निकाली गयी फुटेज में पता चला है कि वह 35 फीट की गहराई में बोरिंग के लिए डाले गए प्लास्टिक के पाइप में फंसी है। वहां तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने बोरवेल के समानांतर चैनल बनाया। दो जेसीबी और दो पोकलेन की सहायता से खुदाई अंतिम चरण में है। देर रात की बारिश के बाद इस काम में सामान्यन मजदूर भी लगाये गये हैं। 


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