डेस्क... सरकार के एक आदेश से पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है. निर्माण सामग्रियों की कीमतें आसमान छू रही है और आम आदमी बुरी तरह परेशान हो रहा है .हालात यह है कि कई लोगों ने अपने सपने पर भी विराम लगा दिया है . निर्माण सामग्रियों की आसमान छूती कीमतों की वजह से लोगों ने अपने मकान निर्माण का काम भी बंद कर दिया है .सरकार ने आदेश दिया था कि बड़े ट्रकों पर अब माल ढुलाई नहीं की जाएगी. इस स्थिति में कहीं बालू तो कहीं गिट्टी की कीमतों में काफी इजाफा हुआ और उसकी किल्लत भी हो गई है.
12 चक्का से अधिक वाले ट्रकों से निर्माण सामग्री ढोने पर रोक गौरतलब है कि बिहार सरकार के द्वारा प्रदेश में सड़कों पुल- पुलिया की सुरक्षा के लिए 12 चक्का से अधिक वाले ट्रकों में निर्माण सामग्री यानी बालू छड़ गिट्टी आदि ढोने पर रोक लगा दी गई है। इस स्थिति में सिर्फ 12 चक्का वाले ट्रकों में जितना सामान आ सकता है उतना ही निर्माण सामग्री की ढुलाई की जा रही है. उसका परिणाम यह है कि जिलों में निर्माण सामग्री की भारी किल्लत हो गई है तो कहीं उसके दाम आसमान छू रहे हैं। खपत के मुताबिक निर्माण सामग्री उपलब्ध नहीं होने की वजह से कई जगहों पर लोगों ने कामकाज बंद कर दिया है. इतना ही नहीं आसमान छूती कीमतें भी आम आदमी के बस से बाहर हो गई हैं और लोगों ने अपने सपने का मकान भी बनाना बंद कर दिया है.
ट्रक मालिकों की मांग 12 चक्का से अधिक ट्रकों में सामान ढुलाई की दी जाए अनुमतिवहीं दूसरी तरफ ट्रक ओनर्स एसोसिएशन 16 जनवरी से ही हड़ताल पर है। इसका असर भी धीरे-धीरे होने लगा है. एसोसिएशन के नेताओं का कहना है कि हमारी मांग है कि 12 चक्का से ऊपर की गाड़ियों में निर्माण सामग्री ढोने का प्रतिबंध जल्द से जल्द हटाया जाए ।सरकार के आदेश के खिलाफ हम लोग हड़ताल पर हैं. जिसका असर पड़ना स्वाभाविक है. जिलों से आ रही खबरों के मुताबिक भोजपुर में छड़ की कीमत 30 फ़ीसदी से अधिक बढ़ गई है. वही मगध के कई इलाके और उत्तर बिहार के कई जिलों में भी कीमतें आसमान छू रही है। बालू की कीमतों में आग लग गई है. जहां 2 माह पहले एक ट्राली बालू ₹5000 में मिल जाती थी वही उसकी कीमत ₹8000 प्रति ट्रॉली से ज्यादा हो गई है. कुल मिलाकर निर्माण सामग्रियों की कीमत में 20% तक का जबरदस्त इजाफा हुआ है. उसके बाद इसके किल्लत भी है। अब बड़ा सवाल है कि आम आदमी करे तो क्या करे. सरकार के एक आदेश ने पूरे राज्य में लोगों को हलकान कर दिया है.