मोतिहारी- जिला में स्वस्थ्य विभाग के मिलीभगत से धड़ल्ले से अवैध नर्सिंगहोम,दवा दुकान ,पैथलॉजी व अल्ट्रासाउंड केंद्र चल रहे है।जिससे आमलोग लूट रहे वहीं संचालक और अधिकारी मालामाल हो रहे है।सूत्रों की माने तो जिला के कई अनुमंडल क्षेत्र में बैध और अबैध दवा दुकानों से जांच के नाम पर लाखों रुपया बंधी बंधाई अधिकारी के पास महीने में पहुच रही है।जिसके कारण शिकायत के बाद भी कोई करवाई नही होती है।वही धड़ल्ले से जिला से लेकर ग्रामीण क्षेत्रो में सैकड़ो की संख्या में अबैध दवा की दुकान बड़े बड़े बैनर पोस्टर लगाकर चल रहे है।
ताजा मामला चकिया थाना क्षेत्र में हुए अबैध दवा दुकान पर छपेमारी से बड़ा खुलासा हुआ है।चकिया स्थित एक निजी क्लिनिक में संचालित अवैध दुकान में भारी मात्रा में प्रतिबंधित,नशीली व नारोकिट्स मिले है।अब सवाल उठता है जब ड्रग इंस्पेक्टर प्रतिमाह दवा दुकान की जांच करते है तो उनको अबैध दवा दुकान की भनक तक कैसे नही लगती ?
चकिया एनएच के बाईपास स्थित गणपति निजी नर्सिंग होम में संचालित दवा दुकान में जिला से आई औषधि निरीक्षक की टीम ने स्थानीय थाना व दण्डाधिकारी की उपस्थिति में छापेमारी किया गया। जहां से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा,नरोकिटक्स सहित बरामद किया गया।बरामद दवा की कीमत लाखों रुपए बताई जाती है। टीम का नेतृत्व औषधि निरीक्षक दयानंद प्रसाद ने किया। टीम में औषधि निरीक्षक सुनील कुमार वह औषधि निरीक्षक रईस आलम भी शामिल थे।
मजिस्ट्रेट के रूप में चकिया सीओ के उपस्थिति में पुलिस बल के सहयोग से छापेमारी की गई। औषधि निरीक्षक श्री दयानंद ने बताया कि गुप्त सूचना मिली की क्लीनिक में अवैध रूप से दवा दुकान संचालित की जा रही है। सूचना पर टीम गठित कर छापरी की गई। जहां से लाखो रुपए मूल्य के दावा बरामद किया गया। बरामद दवा में प्रतिबंधित एवं नारकोटिक्स भी शामिल है। उन्होंने बताया की दवा दुकान संचालित करने वाले चिकित्सक के खिलाफ कोर्ट में अभियोजन दायर किया जाएगा।
रिपोर्ट- हिमांशु कुमार