KOLKOTTA: भाजपा उम्मीदवारों के साथ केंद्र सरकार, सेंट्रल फोर्स और चुनाव आयोग को लेकर लगातार तीखे बयान दे रही पश्चिम बंगार की सीएम ममता बनर्जी 24 घंटे तक किसी प्रका का चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगी। चुनाव आयोग ने उनके भाषणों पर आपत्ती जताते हुए यह कार्रवाई की है। दीदी के खिलाफ लगा यह प्रतिबंध बीते रात्रि आठ बजे से शुरू हो गया है।
भाजपा कैंडिडेट की शैतान से की थी तुलना
दरअसल, भाजपा के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहीं ममता ने कुछ दिन पहले एक रैली के दौरान मुस्लिम वोटर्स से वोट न बंटने देने की अपील की थी। यह कार्रवाई इसी बयान पर की गई है। ममता ने रायदिघी में की रैली में कहा था कि मैं मेरे अल्पसंख्यक भाइयों और बहनों से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि वे उन शैतानों की बात न सुनें, जिन्होंने BJP से पैसे लिए हैं। उनकी बात सुनकर अपने वोट न बंटने दें। वे हिंदुओं और मुस्लिमों को लड़ाने वाले सांप्रदायिक बयान देते हैं। वह BJP के भेजे दूत हैं। अगर BJP सत्ता में आई तो आप बड़े खतरे में पड़ जाएंगे।
ममता बनर्जी के इस बयान को आयोग ने आपत्तीजनक मानते हुए ममता को 7 और 8 अप्रैल को नोटिस भेजे थे। इस पर ममता ने कहा था कि आयोग ऐसे 10 नोटिस दे दे तब भी वे अपना बयान वापस नहीं लेंगी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। उनके भड़काऊ बयानों से कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। साथ ही इनसे चुनाव प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वहीं, चुनाव आयोग के इस फैसले को ममता ने अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि इसके विरोध में मैं मंगलवार दोपहर 12 बजे कोलकाता में गांधी मूर्ति के सामने धरने पर बैठूंगी।