नमक,चीनी और किरोसिन तेल डालकर बहन को जला दिया,नेपाली पीड़ित मासूम भाई ने एसपी को सुनाई दर्दनाक कहानी

मोतिहारी। पूर्वी चंपारण जिला के कुड़वाचैनपुर थाना क्षेत्र में नेपाली 12 वर्षीय बच्ची के साथ गैंगरेप कर हत्या कर देने व जबरन शव जलाने के मामले में पीड़ित नेपाली परिवार बुधवार को मोतिहारी एसपी से मिलकर घटना की जनकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई ।पीड़ित नेपाली पति पत्नी व उसका छोटा पुत्र एसपी के सामने पहुचकर घटना की पूरी व्यथा सुनाई।
बिना प्राथमिकी गिरफ्तार किए गए थानेदार संजीव रंजन, सभी आरोपियों के घर की कुर्की
पीड़ित के छोटे भाई की बात सुनकर रौंगटे खड़े हो जाएंगे। छोटा भाई ने एसपी को बताया कि उसके बहन की शव को नमक,चीनी व किरोसिन तेल देकर जबरन आधी रात में जलाया गया।दबंगो ने भाई व रिस्तेदारो पर भी शव पर नमक व किरोसिन तेल छिड़कने के लिए दबाव बना रहे थे ।दबंगो के कहना नही मानने पर उसको भी हत्या करने की धमकी दी जा रही थी।सोचने वाली बड़ी बात है कि छोटे भाई के सामने आधी रात को बहन को नमक,किरोसिन तेल छिड़ककर बहन को जबरन जलाया जा रहा था।पुलिस चंद कदमों पर थाने में बैठक कर खर्राटे ले रही थी। एसपी नवीन चंद्र झा ने पीड़ित परिवार के बात सुनने व डीएसपी के जांच रिपोर्ट मिलने के बाद तत्कालीन थानेदार संजीव रंजन को अप्राथमिकी अभ्युक्त बनाते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया गया। वही पीड़ित के आवेदन में नामजद सभी अभियुक्तों पर कांड को सत्य पाते हुए गिरफ्तारी करने सहित कुर्की की कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
क्या हुआ था
मोतिहारी जिला के कुड़वाचैनपुर थाना क्षेत्र में 21 जनवरी को पड़ोसी देश नेपाल के रात्रि प्रहरी के नाबालिक पुत्री के साथ दबंगो द्वारा गैंग रेप की घटना को अंजाम देने के बाद हत्या कर जबरन शव को जला दिया गया था। वहीं पीड़ित परिवार को जबरन व धमकी देकर नेपाल भेज दिया गया था।पीड़ित परिवार ने घटना के 13 दिन बाद 2 फरवरी को डीएसपी को आवेदन देकर नाबालिक लड़की के साथ गैंग रेप कर हत्या कर शव को जबरन जलाने का आरोप लगाकर आवेदन दिया गया था ।डीएसपी को दिए आवेदन के बाद कुड़वाचैनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया।पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायियिक हिरासत भेज दिया ।प्राथमिकी दर्ज के दो दिनों बाद कुड़वाचैनपुर के तत्कालीन थानेदार संजीव रंजन व आरोपी के बीच शव को ठिकाने लगाने की ऑडियो वाइरल होने के बाद सनसनी फैल गई .एसपी ने ऑडियो वाइरल होते ही थानेदार को निलंबित कर दिया ।वही सिकरहना डीएसपी को वाइरल ऑडियो की जांच का निर्देश दिया गया ।वही आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए सिकरहना डीएसपी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय एसआईटी टीम का गठन किया गया ।टीम गठित होने के पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ अभी खाली है ।इसी बीच आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने गयी पुलिस पर हमला भी कर दिया गया था ।