PATNA : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के कारण पूर्व पशुपालन मंत्री भोला राम तूफानी ने आत्महत्या की कोशिश की थी, लालू प्रसाद ने अपने स्वार्थ के लिए उनका इस्तेमाल किया था। देश विदेश में अपनी अकूत संपत्ति के लिए उन्होंने भोला राम तूफानी को बली का बकरा बना दिया। अब यही बात वह अपने प्रवासी बेटे को सीखा रहे हैं कि देखो तुम भी ऐसे करना। ऐसे कई आरोप जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के ऊपर लगाए हैं।
ललन सिंह ने कहा भोला राम तूफानी मुसहर समाज से आते थे। वह छल प्रपंच से बिल्कुल दूर रहते थे। उनकी इसी शराफत का फायदा लालू प्रसाद ने उन्हें पशुपालन मंत्री बनवा दिया। पहले उन्हें हेलीकॉप्टर पर घूमाया और बाद में घर में बुलाकर उनसे पशुओं के चारे से जुड़े फर्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। वह लालू प्रसाद पर इतना भरोसा करते थे कि आंख मूंदकर उन दस्तावेजों पर दस्तखत कर दिया। उन्हें तो लालू प्रसाद के इस धोखे की जानकारी तब मिली, जब चार घोटाले में उन्हें भी अभियुक्त बना लिया गया। उन्हें तो इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी भी नहीं था। घोटाले का सारा पैसा तो खुद राजद अध्यक्ष खाकर बैठे थे।
आत्मग्लानी के कारण सुसाइड की कोशिश
भोलाराम तूफानी का जिक्र करते हुए ललन सिंह ने बताया कि चारा घोटाले में नाम सामने आने के बाद वह इतने आत्मग्लानि से भर गए कि एक बार उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की। इस धोखे से वह कभी बाहर नहीं निकल सके और आखिरकार दिवंगत हो गए।
जदयू अध्यक्ष ने कहा लालू प्रसाद भोलाराम तूफानी को हेलीकॉप्टर पर घूमाने की बात करते हैं, लेकिन मुझे आश्चर्च है कि उन्होंने उसके बाद उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया, यह नहीं बताते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि भोलेभाले तूफ़ानी जी से फ़र्जी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा बिहार का खजाना लुटे और खुद के लिए बिहार व देश-विदेश में अथाह संपत्ति बनायें।
बउआ को बताइए पूरी बात
इस दौरान ललन सिंह ने लालू प्रसाद के संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भोलाराम तूफानी को हेलीकॉप्टर पर घूमाने की बात की, लेकिन उनके साथ किस तरह का व्यवहार किया, यह बात भी अपने आपकी साजिश व सदमा में भोला राम जी दिवंगत भी हो गए। अपने बउआ व बिहार के लोगों को सारी बातें भी बतानी चाहिए