पटना: जिला परिषद दफ्तर में तैनात अभियंता चार करोड़ी निकला है, अभी भी छानबीन जारी है जमीन के 78 दस्तावेज 22 बैंक खातों का पता चलने के बाद निगरानी टीम की आंखें फटी रह गई । रविवार को अभियंता के तीन ठिकानों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने छापेमारी की जिसके दौरान चल अचल संपत्ति के काफी दस्तावेज मिले हैं छापेमारी के तलाशी के दौरान सिवान के जिला परिषद दफ्तर में तैनात अभियंता धनंजयमनी तिवारी के 78 जमीन दस्तावेज 22 बैंक खातों की भी जानकारी मिली है। तलाशी अभियान में अब तक की जांच में चार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिल चुकी है। हालांकि निगरानी की छानबीन अभी जारी है।
गौरतलब है की सिवान के जिला परिषद में तैनात अभियंता धनंजय मैंने तिवारी के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 19 फरवरी को एक करोड़ 55 लाख 55 हजार 524 रुपए की आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने तिवारी के पचरुखी बाजार स्थित घर पर छापेमारी के दौरान छह लाख के जेवर भी बरामद किए हैं। बता दें कि जिला परिषद इंजीनियर धनंजय मणि तिवारी का कार्यकाल 30 सितंबर 2020 को ही पूरा हो गया था ।लेकिन रिटायर होने से पहले 11 जुलाई 2020 को जिला परिषद की सामान्य बैठक में इंजीनियर का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर अनुबंध देने का निर्णय पारित कर दिया गया था। इसके बाद अनुबंध के आधार पर धनंजय मणि तिवारी रिटायर होने के बाद भी इंजीनियर के पद पर बना रहा। बताया जा रहा है कि सफेदपोशों के साथ सांठगांठ से उसने अपना अनुबंध बढ़वा लिया था ।वही इंजीनियर ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा है कि किसी ने बैर साधने के लिये उनके खिलाफ निगरानी में मुकदमा दर्ज कराया है ।फिलहाल निगरानी ब्यूरो के द्वारा छानबीन जारी है।