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बीच बाजार हुई हत्या के बाद गुस्से में ग्रामीण, पुलिस के खिलाफ उतरे सैकड़ों लोग, की आगजनी

 बीच बाजार हुई हत्या के बाद गुस्से में ग्रामीण, पुलिस के खिलाफ उतरे सैकड़ों लोग, की आगजनी

sitamadhi. बीच बाजार अपराधियों द्वारा एक समाजसेवी राकेश झा की हत्या को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है।  हत्या की घटना के बाद लोगों ने बैरगनिया बाजार को बंद करा दिया है, वहीं बांस भाला लगाकर टायर जलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

अब यह गलत नहीं होगा बिहार के सीतामढ़ी जिले मे लॉ एंड आर्डर की स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है। एक दिन पहले एक शातिर अपराधी की गिरफ्तारी पर खुश हो रही जिले की पुलिस को अपराधियों ने बता दिया है कि जिले में उनका राज चल रहा है। ताजा उदाहरण बैरगनिया  थाना क्षेत्र की है, जहां बाजार  देर शाम गोलियो की तड़तड़ाहट से गुज उठा। अपराधियो ने एक शख्स को खदेड़ कर गोली मार दी। बताया जाता है कि जिस शख्स को अपराधियों ने गोली मारी है उसका नाम राकेश झा जो बैरगनिय़ा के पचटकीयदू का रहने वाला है। अपनी जान बचाने के लिये शख्स एक होटल मे घुस गया। फिर भी अपराधियों ने उसे होटल मे घुस कर गोली मार दी।बाजार मे बड़ी तादाद मे भीड़ मौजूद थी, लेकिन घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पिस्टल से गोलिया फायर करते वहा से गायब हो गये। मौके पर पहुची पुलिस ने घटना स्थल से पांच खोखे बरामद किये है। गंभीर हालात मे उसे इलाज के लिये सीतामढ़ी लाया गया, जहा चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद अब सीतामढ़ी पुलिस के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। रविवार सुबह से ही बैरगनिया बाजार की सभी दुकानों को लोगों ने बंद करा दिया।

पुलिस मान रही वर्चस्व की लड़ाई

बताया जाता है कि मृतक राकेश झा भी हिस्ट्रीशीटर है। जिसपर भी कई आपराधिक मामले दर्ज है। आपसी वर्चस्व को लेकर इस घटना को अंजाम दिये जाने की बात बतायी जा रही है। हालांकि राकेश झा के ग्रामीण बताते है कि मृतक अब पुरी तरीके से समाजिक कार्य से जुड़ गया था और अपराध से उसका नाता अब दूर दूर तक नही रहा। 

हाल के दिनो में सीतामढ़ी जिले मे लॉ एण्ड आर्डर की हालात बेहद खराब है। एक तरह से देखा जाये तो जिले मे अपराधियों का बोल बाला है। पिछले एक पखवारे के भीतर कई एसी घटनाएं हुई है जिससे कानू व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है। वहीं जदयू के नेता विमल शुक्ला ने घटना को राजनीतिक रंजिश बताया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि बीते विधानसभा चुनाव के बाद से राकेश को धमकी दी जा रही थी। वही उन्होंने इस कांड में पुलिस की सहभागिता बताई है और घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।

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