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कैमूर पुलिस की बड़ी कार्रवाई , मिनी गन फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, 5 अपराधी धराए, भारी मात्रा में हथियार भी बरामद

कैमूर पुलिस की बड़ी कार्रवाई , मिनी गन फैक्ट्री का किया भंडाफोड़, 5 अपराधी धराए, भारी मात्रा में हथियार भी बरामद

कैमूर -(भभुआ)- पुलिस की बडी कार्यवाई गुप्त सूचना के अधार पर मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है.अवैध हथियार बनाने वाले उपकरण के साथ 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वही मौके से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 27 खोखा, तीन मोबाइल,  दो लेंथ मशीन,  दो आरी,  एक अर्धनिर्मित बैरल, एक खंती, एक घिरनी,  दो बटाली,  एक टांगी व 10 हेक्सा ब्लेड बरामद किए हैं.मौके से पुलिस ने एक देसी कट्टा 27 खोखा तीन मोबाइल दो लेंथ मशीन दो आरी एक अर्धनिर्मित बैरल एक खंती एक घिरनी दो बटाली एक टांगी 10 हेक्सा ब्लेड को बरामद किया है.

अमाढ़ी गांव में देसी पिस्टल बनाने का चल रहा था काम

कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोनहन थाना क्षेत्र के अमाढ़ी गांव में देसी पिस्टल बनाने का काम चल रहा है.इसके बाद मेरे निर्देश पर पुलिस की एक गठित कर रात्रि में अमाढ़ी केशोनाथ राम पिता टेंगरी राम के मड़ई पर छापामारी किया गया जहां से एक पिस्टल 27 पीस खोखा एवं हथियार निर्माण में प्रयुक्त की जाने वाले अन्य अवैध सामग्री बरामद की गई.

पटना से बुलाया गया था कारीगर

जानकारी के अनुसार केशोनाथ अपने पुत्र कुबेर राम पिंटू राम छोटे राम के साथ मिलकर हथियार बनाकर बेचने की योजना बनाया और एक कारीगर जिसका नाम मुखलाल मिस्त्री पिता स्वर्गीय कारू मिस्त्री जो पटना जिला के कादिरगंज थाना क्षेत्र के मनकी गांव निवासी को हथियार बनाने के लिए अपने यहां बुलाया थे.जिसे हथियार बनाने के एवज में एक पिस्टल पर 3 हजार और एक देशी राइफल पर 5 हजार मजदूरी देना तय किया गया था.

छानबीन में जुटी पुलिस

पुलिस अनुसंधान से पता चला है कि ये धंधा करीब  10 दिनों से चल रहा था और कई हथियार भी बनाकर बेचा जा चुका है.  पुलिस आगे जांच में जुटी है इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि पटना में इस कारीगर का क्या इतिहास रहा है.इसके बाद ही खुलासा हो पाएगा कि यह लोग कब से और कहां-कहां हथियार बनाने और बेचने का काम कर रहे थे.


देव तिवारी की रिपोर्ट

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