KARNATAKA: हाल ही में 16 जुलाई को जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचे थे, तब से ही उनके इस्तीफे देने की खबरों को हवा मिलने लगी थीं। इसी अटकलों को सच साबित करते हुए बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। यहां गौर करने वाली बात यह है कि कर्नाटक में आज ही राज्य सरकार के 2 साल पूरे हो गए हैं और इस खास मौके पर अपने इस्तीफे का ऐलान कर येदियुरप्पा ने सियासी संकट खड़ा कर दिया है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलकर वह अपना इस्तीफा सौंपेंगे। कुछ दिनों से कर्नाटक में जारी उठापटक को देखते हुए ऐसा तय माना जा रहा था कि येदियुरप्पा जल्द अपने पद से इस्तीफा देंगे। इस्तीफे का ऐलान करने से पहले येदियुरप्पा ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मुझे कर्नाटक के लोगों के लिए काफी काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। येदियुरप्पा ने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। बता दें, साल 2018 में विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बीजेपी अपना सीएम नहीं बन सकी थी। केंद्र में दूसरी बार मोदी सरकार आने पर कर्नाटक में बीजेपी एक्टिव हुई। 26 जुलाई 2019 को बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के सीएम बने।
अब सवाल ये उठता है कि येदियुरप्पा के बाद कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? एक-दो दिन में मुख्यमंत्री का नाम तय हो जाएगा। मुख्यमंत्री की रेस में सबसे प्रमुख नाम प्रह्लाद जोशी का है। प्रह्लाद जोशी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और उत्तर कर्नाटक से सांसद हैं। प्रह्लाद जोशी के बाद दूसरा बड़ा नाम बीएल संतोष है। बीएल संतोष लंबे समय तक संगठन मंत्री रहे हैं और फिलहाल बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री हैं। इनके अलावा डिप्टी सीएम लक्ष्मण सवदी, बीजेपी नेता मुर्गेश निराणी और वसवराज एतनाल भी मुख्यमंत्री के दावेदार हैं।