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BIG BREAKING- संसद की सुरक्षा में सेंध,मास्टरमाइंड सागर ने किया बड़ा खुलासा-"खुद को आग लगाने का बनाया था प्लान",सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ से खुले कई पोल...

BIG BREAKING- संसद की सुरक्षा में सेंध,मास्टरमाइंड सागर ने किया बड़ा खुलासा-"खुद को आग लगाने का बनाया था प्लान",सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ से  खुले कई पोल...

पटना- बुधवार को संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पुलिस ने कहा है कि अभियुक्तों ने बहुत ही 'समन्वय' और 'सावधानी' के साथ ये सब करने की योजना बनाई थी.इस मामले में पुलिस ने छह लोगों को अभियुक्त बनाया है, जिनमें से पांच को गिरफ़्तार किया जा चुका है.सागर शर्मा और मनोरंजन डी. को संसद के अंदर, जबकि अमोल शिंदे और नीलम को पुलिस ने संसद के बाहर से हिरासत में लिया गया. अब सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है.दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सागर ने बताया है कि वह खुद को जलाना चाहता था. उसने संसद के बाहर खुद को आग लगाने का प्लान बनाया था. लेकिन बाद में इस प्लान को छोड़ दिया गया. पुलिस की स्पेशल सेल को सागर ने ये भी बताया है कि आग लगाने के लिए एक जेल जैसे पदार्थ को ऑनलाइन खरीदने का प्लान किया गया था. इस जेल को शरीर पर लगाने से आग से खुद को बचाया जा सकता है. हालांकि, ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने से जेल नहीं खरीदा जा सका और फिर संसद के बाहर खुद को आग लगने का प्लान ड्राप हो गया.  

आरोपियों का असल मकसद था क्या ?  

बता दें सागर शर्मा और मनोरंजन शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से लोकसभा के चैंबर में कूद गए थे और नारे लगाते हुए पीले रंग का धुआं छोड़ दिया था.जब सदन के अंदर ये सब हो रहा था, संसद के बाहर अमोल शिंदे और नीलम ने भी पीले रंग का धुआं छोड़ा और ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगाए.पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए इन छह लोगों ने बहुत ही सावधानी से योजना बनाई थी.वे इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक दूसरे के संपर्क में थे और यहीं पर उन्होंने योजना बनाई. अभियुक्तों ने कुछ ही दिन पहले योजना बनाई थी और रेकी भी की थी.इनमें से पांच लोग संसद आने से पहले गुरुग्राम में विक्रम के घर पर रुके हुए थे. वे पांचों संसद के अंदर जाना चाहते थे लेकिन दो ही लोगों को पास मिल पाया था.पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि छह अभियुक्त पिछले चार साल से सोशल मीडिया के ज़रिये एक-दूसरे को जानते थे.अधिकारियों ने बताया, “उनकी विचारधारा एक ही है और इसलिए उन्होंने सरकार को संदेश देने का फ़ैसला किया. सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इन्हें किसी संगठन से ऐसा करने के आदेश मिले थे.”पूछताछ के दौरान अमोल शिंदे ने कहा कि वे लोग किसानों के आंदोलन, मणिपुर संकट और बेरोज़गारी के कारण नाराज़ थे, इसलिए इस घटना को अंजाम दिया.

गूगल सर्च कर ली गई जानकारी

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, आरोपी घटना को अंजाम देने के लिए एक दो नहीं बल्कि 7 स्मॉक कैन लेकर पहुंचे थे. आरोपियों ने गूगल सर्च कर संसद भवन के आसपास का एरिया सर्च किया था. वीडियो से आसपास में इलाकों के बारे में बहुत सारी चीजों को सीखा था, जिसमे संसद की सुरक्षा के पुराने वीडियो भी शामिल है. पुलिस न पकड़ पाए उसके लिए सेफ चैट्स कैसे की जाती है, उसके बारे में भी गूगल सर्च के जरिए जानकारी हासिल की गई थी. सूत्रों ने बताया है कि यही वजह है कि जितने भी आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, वे सभी एक-दूसरे से कॉन्टैक्ट करने के लिए सिग्नल ऐप पर बात किया करते थे, ताकि उन्हें कोई पकड़ ही न पाए. सूत्रों ने ये भी बताया है कि आरोपियों का असल मकसद मीडिया में अपना प्रभाव साबित करना था. इस बात को ध्यान में रखते हुए ही संसद में घुसने की योजना ऐसे समय के लिए तैयार की गई थी, जब सदन में शीतकालीन सत्र चल रहा हो .

सनसनीखेज खुलासा

बहरहाल पिछले 48 घंटे की सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. संसद की सुरक्षा में हुई चूक के आरोपी  सागर शर्मा  ने पुलिस को बताया कि पहले संसद के बाहर खुद को आग लगाने की उसकी योजना थी लेकिन उसने बाद में उसे बदल दिया. जैसे जैसे सुरक्षा एजेंसिंयों के जांच का दायरा बढ़ रहा है वैसे वैसे नए नए खुलासे भी हो रहे हैं. बहरहाल आने वाले समय में हीं पता चल पाएगा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों का मूल मकसद क्या था?

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