बवालः बिहार के BDO बिरादरी से BIASED हैं बड़े IAS अफसर ! ACS के खिलाफ प्रखंड विकास पदाधिकारी मैदान में , पत्र को कोर्ट में देंगे चुनौती...

PATNA: बिहार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के पत्र के बाद विवाद बढ़ गया है. आरोप है कि पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव राज्य के बीडीओ कैडर के अफसरों के खिलाफ पक्षपात पूर्ण निर्णय ले रहे. जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपर मुख्य सचिव के आदेश को कोर्ट में चुनौती देने का ऐलान कर दिया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बजाप्ता वीडियो जारी कर बताया है कि आखिर उनलोगों को क्य़ों परेशान किया जा रहा है ?
ACS के पत्र के बाद बवाल...
पंचायती राज विभाग के एसीएस के पत्र से विवाद बढ़ गया है. बीडीओ ने उस पत्र को चैलेंज दिया है. पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव ने 20 जून को दरभंगा जिले के जाले प्रखंड का निरीक्षण किया था. विभाग के द्वारा संचालित 15वीं वित्त आयोग एवं षष्ठम राज्य वित्त आयोग द्वारा क्रियान्वित योजनाओं एवं रोकड़ पंजी का अवलोकन किया. इस दौरान दरभंगा के डीएम, डीडीसी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी जाले और जिला पंचायत राज पदाधिकारी जाले मौजूद थे.आरोप है कि जांच में कई तरह की गड़बड़ी मिली. इसके बाद पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव ने 3 जुलाई को दरभंगा जिलाधिकारी को पत्र भेजा है. जिसमें कहा गया है की प्रखंड विकास पदाधिकारी जाले का कृत्य योजनाओं को बाधित करने का है. विभागीय पत्रों में दिए गए निर्देशों की अवहेलना, दिशा निर्देश के अनुरूप कार्य नहीं किया है. यह एक प्रकार की कर्तव्यहीनता है. यह कृत्य बिहार सरकारी सेवक नियमावली का उल्लंघन है. यह प्रपत्र-क गठित करने का पर्याप्त आधार है. प्रखंड विकास पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी पंचायत समिति जाले के पद पर वर्तमान में 'दीनबंधु दिवाकर' एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के पद पर 'मधुकांत प्रसाद' पदस्थापित हैं. ऐसे में प्रखंड विकास पदाधिकारी जाले 'दीनबंधु दिवाकर' के खिलाफ 15 दिनों में प्रपत्र-क गठित कर रिपोर्ट ग्रामीण विकास विभाग को भेजें. साथ ही पंचायती राज विभाग को भी एक प्रति दें, ताकि उनके पैतृक विभाग को प्रतिवेदित किया जा सके. साथ ही प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी जाले 'मधुकांत प्रसाद' से उनके कृत्यों के लिए स्पष्टीकरण पूछे. साथ ही अपने मंतव्य के साथ 20 दिनों के अंदर विभाग उपलब्ध कराएँ, ताकि इन पर विभाग के स्तर से नियमानुसार कार्रवाई की जा सके.
जाले बीडीओ ने ACS के खिलाफ खोला मोर्चा
पंचायती राज विभाग ने इस संबंध में 3 जुलाई को ही दरभंगा डीएम को पत्र भेजा है. पत्र के बाद बवाल मच गया है. इसके बाद जाले प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी 'दीनबंधु दिवाकर' ने वीडियो जारी कर पंचायती राज विभाग के ACS पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वीडियो में वे कहते हुए सुने जा रहे हैं कि, '' अपर मुख्य सचिव पंचायती राज विभाग के द्वारा मेरे खिलाफ टारगेट कर पत्र लिखा गया है. वो मेरे खिलाफ BIASED हैं. वो सिर्फ एक प्रखंड विकास पदाधिकारी के प्रति ही BIASED(पक्षपाती) नहीं , बल्कि पूरे बीडीओ से नाराजगी रखते हैं. 1 साल पहले तक प्रखंड पंचायत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी के तौर पर डीपीआरओ पदस्थापित थे. लेकिन सरकार के आदेश पर एक बार फिर से बीडीओ को इसका प्रभार दिया गया. तभी से ये BIASED हैं. पक्षपात पूर्ण काम कर रहे. हम सभी सरकार के अंग हैं. लेकिन ये पूरे बीडीओ बिरादरी से ही BIASED हैं इसलिए उनके आदेश के खिलाफ न्यायालय का सहारा लूंगा.''