भागलपुर शाहकुंण्ड प्रखंड अंतर्गत खैरा पंचायत में मनरेगा योजना से आँगनवाड़ी केंद्र के निर्माण में घोटाला का एक बड़ी मामला सामने आया है. शाहकुंण्ड प्रखंड अंतर्गत जमालपुर आँगनवाड़ी केंद्र के निर्माण की राशि निकासी में अधिकारियों की सांठगांठ से एक बड़ा खेल हुआ है जहां कार्रवाई के बजाय अधिकारियों द्वारा लूट की छूट दे दी गई है.
शाहकुंण्ड प्रखंड अंतर्गत खैरा पंचायत के प्राथमिक विद्यालय जमालपुर के वार्ड नंबर एक में आँगनवाडी केंद्र निर्माण का कार्य साल 2020 में मनरेगा योजना से होना था मामला प्रखंड के सक्षम अधिकारियों के संज्ञान में जाने के बाबजूद आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण जस का तस पड़ा हुआ है.चार वर्ष बीत गए अभी तक केंद्र नहीं बन पाया है, जबकि मुखिया अहमद हुसैन,रोजगार सेवक और प्रखंड मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी के सांठगांठ से करीब पांच लाख रुपए का निकासी होने के चार वर्ष बीत जाने के बाद भी आँगनवाड़ी केंद्र का निर्माम अभी तक नहीं हो सका है.
बता दें कि बाल विकास कार्यक्रम के तहत ग्राम स्तर पर एक आंगनबाड़ी केंद्र खोलने का सरकार ने निर्णय लिया था, ताकि छोटे बच्चों की पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी पूर्ति करने एवं छः वर्ष तक की आयु के बच्चों, किशोर युवतियों, गर्भवती महिलाओं और शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके. लेकिन जिले के शाहकुंण्ड प्रखंड अंतर्गत खैरा पंचायत के जमालपुर के आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण में लालफीताशाही की भेंट चढ़ गई है.
वहीं उप विकास आयुक्त ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए भागलपुर उप- विकास आयुक्त से जांच करार कर कार्रवाई की बात कही.
बहरहाल अब देखना है कि पैसे की निकासी के चार साल बीतने के बाद भी आखिर कब तक आंगवबाड़ी केन्द्र का निर्माण पूरा हो पाएगा. सरकार देख लीजिए आपके राज में ये हाल है आपकी योजनाओं का...
रिपोर्ट-बालमुकुंद कुमार