पटना. गृह मंत्री अमित शाह के 11 अक्टूबर के बिहार दौरे के पहले ही प्रतिद्वंद्वी दलों की ओर से जोरदार बयानबाजी शुरू हो गई है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सोमवार को कहा अमित शाह सिताबदियारा आ रहे हैं. यह जेपी यानी जय प्रकाश नारायण की भूमि है. अमित शाह आ रहे हैं तो उन्हें यह भी जानना चाहिए कि बिहार में पिछले 25 30 साल में क्या काम हुआ है. वे बिहार में कहीं भी आयें जाएं लेकिन उसके पहले उन्हें बिहार के बारे में जानना चाहिए. पिछले सालों में यहां क्या परिवर्तन और विकास हुआ है इसके लिए नीतीश सरकार को उनके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. दरअसल 23 और 24 सितम्बर के पिछले बिहार दौरे के दौरान अमित शाह ने नीतीश सरकार की नीतियों पर सवाल किया था. इसी को लेकर अब ललन सिंह ने अमित शाह के आगामी दौरे के पहले उन पर कटाक्ष किया.
ललन सिंह ने इस दौरान प्रशांत किशोर की बिहार यात्रा पर भी सवाल किया. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को अपनी यात्रा शुरू करने के पहले अख़बारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन दिया. उसका भुगतान नकद में किया गया. उन्होंने कथित आरोप लगाते हुए कहा कि पीके के इस विज्ञापन के पीछे भ्रष्टाचार है. उनके पास नकद भुगतान का इतना रुपए कहां से आया इसकी जांच होनी चाहिए.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ओर सीबीआई और ईडी लालू यादव और तेजस्वी यादव पर कार्रवाई कर रही है. जबकि इनके यहां से कुछ नहीं मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर प्रशांत किशोर जैसों की कोई जांच नहीं होती. यह दिखाता है कि केंद्र सरकार ने विपक्षी दलों पर सीबीआई और ईडी जैसी संस्थनों से राजनीतिक रंजिश के लिए दबाव बनाया है.