बिहार के युवाओं का कश्मीर के आतंकी कर रहे इस्तेमाल, वो खुलासा जो आप को चौका देगा

पटना: जम्मू कश्मीर के कुछ बदनाम आतंकी संगठन सीमांचल क्षेत्र के युवाओं को कथित तौर पर टेरर फंडिंग के लिए काम पर रख रहे हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि युवाओं को नेपाल से जम्मू और कश्मीर में नकली भारतीय मुद्रा नोटों के परिवहन के लिए 'कमीशन' के रूप में अच्छे पैसे दिए गए थे। एक आरोपी मोहम्मद परवेज से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। परवेज को अररिया जिले में भारत-नेपाल सीमा के साथ सटी सीमा चौकी क्षेत्र से एसएसबी ने दबोचा था। रुपये के मूल्यवर्ग में नकली नोट। 200 और रु। 

उसके कब्जे से 500.65 लाख रुपये जब्त किए गए। पूछताछ के दौरान परवेज ने खुलासा किया कि वो जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र के कुछ लोगों के बैंक खातों में निजी बैंकों के ग्राहक सेवा बिंदुओं के प्रभारी की मदद से पैसा जमा करता था। पुलिस ने परवेज का जो मोबाइल फोन जब्त किया था उसमें एकाउंट नंबर भी मिले हैं। एसएसबी की 52 वीं बटालियन के सेकेंड कमांडर ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि परवेज को एक मोटरसाइकिल पर नेपाल से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था। हालांकि उसने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की लेकिन पीछा करके परवेज को गिरफ्तार कर लिया गया। 

अररिया जिले के सिकटी थाना क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर 13 के निवासी परवेज को शुरुआती पूछताछ के बाद जिला पुलिस को सौंप दिया गया। सिकटी पुलिस ने उसके खिलाफ नकली नोटों को लेकर मामला दर्ज किया है। वहीं सिकटी पुलिस स्टेशन के थानेदार ओमप्रकाश के मुताबिक 'परवेज नेपाल में रंगीली के एक जूलर से नकली भारतीय करेंसी नोटों की खेप हासिल करता था। उसका बड़ा भाई मोहम्मद तबरेज भी लंबे समय से इस काले कारोबार में शामिल था।' थानेदार के मुताबिक आईबी के अधिकारियों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी परवेज से पूछताछ की है। थानेदार ओम प्रकाश ने कहा कि 'बैंक खातों से पैसे के लेन-देन का ब्योरा संबंधित बैंकों से प्राप्त किया जा रहा है।'