PATNA: महागठबंधन की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए बुलाई गई संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में उस समय मनमुटाव देखने को मिला जब गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी का कोई बड़ा चेहरा मौजूद नहीं था। तेजस्वी की बात को छोड़ दीजिए, राजद के प्रदेश अध्यक्ष या फिर महासचिव भी ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस में आना मुनासिब नहीं समझा।
दिखावे के लिए बोध गया के राजद विधायक कुमार सर्वजीत प्रेस कांफ्रेंस में जरुर दिखे। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा, राज्य सभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी के मुकेश सहनी और हम के विधान पार्षद संतोष सुमन प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित थे।
कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित महागठबंधन की प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 12 अक्टूबर को लोहिया की पुण्यतिथि है। उसकी तैयारी के लिए एक कमेटी बनाई गई है। लोगों में कार्यक्रम के प्रति उत्साह है। कुछ लोग महागठबंधन को लेकर अफवाह फैलाते रहते है। लेकिन इस दिन महागठबंधन की एकजुटता दिखेगी।
तेजस्वी, ,मांझी के नहीं रहने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यहां सभी पार्टियों के प्रतिनिधि हैं। रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर कहा कि आप लोग कुछ लोगों से मुंह से उगलवा लेते हैं और उसी बात को जनता के बीच रखते है। नीतीश कुमार को बिहार की जनता नकार रही है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि पहले नीतीश कुमार को बीजेपी को छोडेंगे तभी उनके आने को लेकर कहा जा सकता है। काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं दिया जा सकता है।