PATNA : द्रौपदी मुर्मू को मूर्ति बताने वाले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर लगातार राजनीतिक हमले हो रहे हैं। जहां भाजपा विधायक हरिभूषण बचौल उनके बयान को नौंवी फेल व्यक्ति का बयान बताते हुए गंभीरता से नहीं लेने की बात कही है, वहीं दूसरी तरफ अब बिहार सरकार में मंत्री प्रमोद कुमार ने भी तेजस्वी को बड़ी नसीहत दे दी है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को पहले अपनी मां से पूछना चाहिए कि मूर्ति का असली मतलब क्या होता है। क्योंकि जब वह मुख्यमंत्री बनी थी तो कैसी थी, यह सभी जानते हैं। तेजस्वी यादव की मम्मी की तुलना में द्रौपदी मुर्म कहीं ज्यादा और बेहतर उम्मीदवार हैं।
मेहनत से पहुंची यहां तक
द्रौपदी मुर्मू की काबिलियत का जिक्र करते हुए प्रमोद कुमार ने कहा कि वह शिक्षिका रही, फिर पार्षद बनी, विधायक बनी, उसके बाद राज्यपाल के पद पर पहुंची और अब वह राष्ट्रपति बनने जा रही है। यह उनकी काबिलियत को बताने के लिए काफी है।
सपना हुआ साकार
प्रमोद कुमार ने कहा कि राम मनोहर लोहिया, बीआर अंबेडकर और दीनदयाल उपाध्याय का सपना आज पूरा होने जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि अंत्योदय तभी सफल होगा, जब समाज के सबसे नीचले स्थान पर बैठा व्यक्ति देश से सबसे बड़े पद तक पहुंचे। आज वह सच होने जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री ने द्रौपदी मुर्मू के नाम के साथ एक नया इतिहास लिख दिया है।