पटना. बिहार में इस वर्ष बारिश की स्थिति बेहद ही गंभीर होती जा रही है। हर साल की तुलना में इस साल वर्षा बहुत ही कम हुई है। राज्य में इस वर्ष सामान्य से लगभग 33 फीसदी कम बारिश हुई है। खरीफ सीज़न शुरू हो गया है लेकिन अब तक धान की रोपनी शुरू नहीं हुई है। ऐसे में इस साल अब तक बारिश न होने से हालत बेहद ही चिंताजनक है।
वहीं अनियमित मॉनसून और सुखाड़ से निबटने के लिए कृषि विभाग की तैयारियों के संदर्भ में समीक्षा बैठक का भी आयोजन हुआ। इस दौरान कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने चेतावनी दी कि अगर अगले एक हफ्ते में समुचित बारिश नहीं हुई तो हालात बेहद ही गंभीर हो सकते हैं। अगर अगले सप्ताह भी बारिश का यही हाल रहा तो इसका असर धान और अन्य फसलों पर पड़ सकता है। कई फसलों के कम उपज से स्थिति अकाल की भी आ सकती है।
हालांकि किसानों के लिए यह राहत की बात है कि उन्हें उर्वरक की हर संभव मदद दी जायेगी। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि अगर किसी किसान को उर्वरक संबंधी कोई भी शिकायत हो तो वे हेल्पलाईन नंबर 0612-2233555 पर कॉल कर कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
इसके अलावा कृषि मंत्री ने कहा कि सिंचाई के लिए भी अनुदान और बिजली दिया जायेगा। दो सिंचाई के लिए लगभग 1200 रुपये तक का अनुदान दिया जायेगा। सरकार कम वर्षा को देखते हुए किसानों को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।
वहीं मौसम विभाग ने संभावना जतायी है कि अगले चार दिनों तक प्रदेश में बारिश के कोई आसार नहीं हैं। अगर बारिश इसी तरह निष्क्रिय रही तो बिहार में सुखाड़ और अकाल के हालत बन जाएंगे।