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बीमा क्लेम की राशि दिलाने के लिए किस तरह होती है रिश्वत की मांग, इस वायरल ऑडियो से जान जाएंगे पूरा सच

बीमा क्लेम की राशि दिलाने के लिए किस तरह होती है रिश्वत की मांग, इस वायरल ऑडियो से जान जाएंगे पूरा सच

एलआईसी के मोतिहारी ब्रांच के मुख्य प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी और लाभार्थी चुल्हाई राम के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल

बीमाधारक की मौत के बाद नॉमिनी को मिलने वाली बीमा राशि में से दो लाख रुपया रिश्वत की मांग कर रहे है मुख्य प्रबंधक।

MOTIHARI : पूर्वी चम्पारण में भारतीय जीवन बीमा के लाभ लेने में भारी भरकम रकम चुकाना पड़ता है लाभार्थियों को। ऐसा ही एक मामला मोतिहारी में सामने आया है। रिश्वत खोरी के ऐसे मामले का एक ऑडियो मोतिहारी में तेजिबसे वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि ऑडियो LIC के मुख्य शाखा प्रबंधक और लाभार्थी का है। 

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार जिले के पताही थाना क्षेत्र के दैनिक मजदूरी करके परिवार चलाने वाले 52 वर्षीय रामसुंदर राम के नाम से 26 नवंबर 2019 को बीमा प्रारंभ हुआ था। जिसका सालाना किस्त 45 हजार 660 रुपये का था। प्रथम किस्त जमा करने के छह महीने बाद 13 मई 2020 को बीमाधारक रामसुंदर राम की मौत हो गई। जिसके बाद मृतक के पुत्र चुल्हाई राम ने एलआईसी ऑफिस में डेथ क्लेम किया। डेथ क्लेम में मिलने वाली बीमा राशि 7 लाख 29 हजार 400 रुपये के निकासी को क्लियरेंस देने के लिए कार्यालय की तरफ से जांच करायी गई। जांच करने मुख्य प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी मृतक के घर पहुंचे। लेकिन मृतक के पुत्र से उनकी मुलाकात नहीं हुई और वह अपना मोबाइल नंबर छोड़कर चले आए। 

ऑडियो रिकार्ड होने पर दिए पूरे पैसे

जब मृतक के पुत्र चुल्हाई राम ने मुख्य प्रबंधक को फोन नहीं किया। तो मुख्य प्रबंधक ने खुद फोन करके चुल्हाई राम से डेथ क्लेम पास करने के लिए बातचीत की। जिस बातचीत में डेथ क्लेम पास करने के एवज में दो लाख रुपए की मांग की। दोनों के बीच हुई बातचीत को चुल्हाई राम ने रिकॉर्ड कर लिया और वायरल कर दिया। ऑडियो वायरल होने के बाद आनन-फानन में मृतक के पुत्र चुल्हाई राम को 25 मार्च 2021 को पेमेंट कर दिया गया। लेकिन इस वायरल ऑडियो से एलआईसी ऑफिस में अवैध उगाही के चल रहे खेल का पर्दाफाश भी हुआ है। कई और लोगों ने रिश्वत मांगने की बात सामने आ रही है। 

प्रबंधक का इनकार

एलआईसी के मुख्य प्रबंधक ने इन सब आरोपों से इंकार करते हुए वायरल ऑडियो को गलत बताया है। हालांकि इस ब्रांच के मुख्य प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी का शिकायत एलआईसी के कई और लोगों ने भी किया है। LIC के वरीय अभिकर्ता राजीव कुमार वर्मा का कहना है कि वायरल वीडियो LIC के मुख्य शाखा प्रबंधक उमेश चंद्र तिवारी का है। यह कारनामा कोई पहली नही है। इसके पूर्व में भी हमेशा मुख्य प्रबंधक ऐसे कार्य करते आये हैं। इसकी पुष्टि LIC के वरीय अभिकर्ता अजय कुमार सिंह ने कहा कि वायरल वीडियो मुख्य प्रबंधक की ही है, ऑडियो की जांच करने के बाद सभी कुछ सामने आ जायेगा। वे कहते है कि शाखा प्रबंधक के खिलाफ आवाज उठाने वाले अभिकर्ताओं को परेशान किया जाता रहा है।

नोट - न्यूज4नेशन इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है, यह सिर्फ सोशल मीडिया में चल रही खबरों के आधार पर है।

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