ARARIA: बिहार के अररिया से हैरान कर देनी वाली घटना सामने आई है। जहां जवान बेटे की मौत का सदमा पिता बर्दाश्त नहीं कर पाया। वहीं बेटे का शव देख पिता ने भी दम तोड़ दिया। घटना अररिया जिले के फारबिसगंज का है। मृतकों में 60 वर्षीय विजय और उनका 20 वर्षीय पुत्र डीपनी कुमार शामिल हैं।
इस घटना को लेकर इलाके में शोकाकुल है। लोगों ने बताया कि बाप-बेटा दोनो स्थानीय फैंसी मार्केट में चाय बेचकर गुजारा करता था। गुरुवार की दोपहर बेटा डीपनी की तबीयत बिगड़ी और देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया। जब इस बात की जानकारी उसके पिता विजय को मिला और वह अपने जवान बेटे की लाश देखी तो वो सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और मौके पर ही उसने भी दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि दोनों बाप बेटा बेहद गरीब और लावारिस जिंदगी जी रहे थे। शारीरिक रूप से अस्वस्थ भी थे। रोड किनारे चाय की अस्थाई दुकान चलाकर गुजारा करता था। विगत दिनों जब घर में रहने के लिए किराए का पैसा नहीं था तब फैंसी मार्केट में ही एक सीढी के नीचे कपड़ा का पर्दा डालकर दोनों रहते थे।
यह ऐसा क्षण था जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस और आजादी के जश्न में डूबा हुआ था। और बाप-बेटे की लाश फैंसी मार्केट में पड़ी हुई थी। ऐसे समय में स्थानीय दरभंगिया टोला के मुस्लिम नौजवानों ने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए बाप बेटे को कंधा देकर श्मशान तक पहुंचाया और हिंदू रीति रिवाज से देर रात तक उसकी अंत्येष्टि की।