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BIHAR NEWS: पटना नगर निगम ने की जागरूकता अभियान की शुरूआत, बांटा गया कैरी बैग, लोगों से अपील, न करें प्लास्टिक का प्रयोग

BIHAR NEWS: पटना नगर निगम ने की जागरूकता अभियान की शुरूआत, बांटा गया कैरी बैग, लोगों से अपील, न करें प्लास्टिक का प्रयोग

पटना: पटना नगर निगम द्वारा शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्लास्टिक बैग फ्री सिटी दिवस के मौके पर जागरूकता अभियान की शुरूआत की गई। महापौर सीता साहू एवं नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा द्वारा स्वयं सेवी महिलाओं द्वारा तैयार किए गए कैरी बैग को बांटा गया। इस दौरान महापौर ने नगर वासियों से अपील की कि वे प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें। सामान की खरीदारी के लिए हमेशा कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें। अगर वह कपड़े के थैले नहीं खरीदना चाहते है तो अपने घर में बेकार हो चुके प्लास्टिक एवं पुराने कपड़े नगर निगम को दें और इसके बदले में कपड़े के थैले प्राप्त करें। 

नगर आयुक्त ने लोगों को जागरुक करते हुए कहा कि बेकार कपड़ों से DAY- NULM के तहत गठित स्वयंसेवी महिलाएं आकर्षक और पुन: इस्तेमाल होने वाले थैले तैयार करेंगी। पटना नगर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत विभिन्न परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। निगम द्वारा शहर को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए आने वाले समय में कई योजनाएं बनाई गई हैं। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की तरफ से 30 करोड़ रूपए की राशि खर्च कर कि प्रति दिन 150 टन कचरे के सेग्रेशन के लिए प्लांट तैयार किया जाएगा। मैन पावर और मशीनों के माध्यम से जहां हर तरह का कचरा सेग्रेशन किया जाएगा। इसके साथ ही सिपैट द्वारा आठ टन का प्रोसेसिंग यूनिट तैयार किया जा रहा है इसके लिए एमओयू साइन किया गया है। इसके साथ ही UNDP की तरफ से पहले से ही पांच टन का प्लांट लगाया जा चुका है। पटना नगर निगम और UNDP के साथ पांच टन का प्रोसेसिंग यूनिट गर्दनीबाग में कार्यरत है। आगामी समय में पांच टन का प्रोसेसिंग यूनिट बैरिया में भी तैयार किया जाएगा। 

लोगों द्वारा भी कपड़े के थैलों के इस्तेमाल से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में आमजन की भी भागिदारी बढ़ेगी। उनके द्वारा दिया गया बेकार और पुराना सामान रिसाईकिल होगा जिससे पर्यावरण को नुकसान से बचाया जाएगा। गौरतलब है कि औसतन, प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग सिर्फ 25 मिनट के लिए किया जाता है और दुर्भाग्यवश एक प्लास्टिक को गलने में  कम से कम 1000 साल लगते हैं, साथ ही, दुनिया के महासागरों और पृथ्वी को प्रदूषित करने में सिर्फ चंद मिनट लगते हैं। अधिकांश लोग इस तथ्य से अनजान हैं कि हर मिनट 10 लाख प्लास्टिक बैग का उपयोग किया जाता है। जब तक सब मिलकर पर्यावरण को इस खतरे से नहीं बचाएंगे तब तक प्रदूषण कम नहीं होगा। 

स्वयं सेवी महिलाओं के स्टॉल पर होगी उनकी हस्तनिर्मित कलाकृत्तियां

पटना नगर निगम की तरफ से प्रत्येक रविवार स्वयंसेवी महिलाओं द्वारा शहर के सभी छह अंचलों ( नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, अजीमाबाद, पटना सिटी, कंकड़बाग एवं बांकीपुर) में स्टॉल लगाया जाएगा। जहां महिलाएं कपड़े से तैयार कैरी बैग, कुशन कवर, डोरमैट एवं सजावट आदि के सामानों की प्रर्दशनी लगा सकेंगी। आमजन कपड़े के मूल्य के अनुसार या फिर राशि देकर महिलाओं द्वारा तैयार किए गए सामानों की खरीद कर सकते है। महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं का मुल्य उनकी मेहनत और लागत पर निर्भर होगा। शहरवासियों को यह छूट रहेगी कि वह अपने कपड़े को या तो दान कर दें अथवा उसके वजन के मूल्य के कैरी बैग बदले में लें। इसके साथ ही शहरवासियों द्वारा जमा किए गए प्लास्टिक को यूएनडीपी की मदद से रिसाइकिंलग की जाएगी जिससे शहर प्लास्टिक मुक्त हो। कार्यक्रम के दौरान स्थाई समिति के सदस्यगण इन्द्रदीप चन्द्रवंशी, आशीष कुमार सिन्हा सहित अन्य पार्षद एवं अपर नगर आयुक्त देवेन्द्र तिवारी और स्वयं सेवी संस्थाओं की महिलाएं उपस्थित रहीं।

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