BIHAR NEWS: गंडक के कटाव से भयभीत लोग, स्कूल सहित 15 घर बाढ़ के पानी के विलीन, राहत-बचाव कार्य जारी

MOTIHARI: वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए पानी से गंडक नदी उफान पर है। पूर्वी चंपारण जिला के अरेराज, संग्रामपुर, केसरिया, डुमरिया घाट सहित प्रखंड क्षेत्र गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से परेशान है। जिला के अरेराज प्रखंड के 7 पंचायत के 28 वार्ड गंडक नदी में बढ़े जलस्तर से प्रभावित है।

अरेराज में गंडक नदी में आयी बाढ़ में नगदहा पंचायत के एक दर्जन घर सहित सरकारी स्कूल ध्वस्त होते हुए विलीन हो गए। गंडक नदी में दूसरी बार आयी बाढ़ में 7 पंचायत के 16 गांव के 28 वार्ड बाढ़ से प्रभावित है। जिसको लेकर प्रशासन द्वारा 18 नाव व चार सामुदायिक किचेन चलाया जा रहा है। सामुदायिक किचेन में साढ़े तीन से चार हज़ार लोग प्रतिदिन दोनों शाम भोजन कर रहे हैं। वही प्लास्टिक भी वितरण किया जा रहा है। सीओ पवन कुमार झा ने बताया कि गंडक नदी में आये बाढ़ में  नवादा, सरेया, पीपरा, मिश्रौलिया, चटिया बड़हरवा, चटिया चिन्तामनपुर व नगदहा पंचायत के 28 वार्ड के लोग प्रभावित हैं। गंडक नदी में लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण तटबंध के निचले स्तर में रह रहे लोग काफी प्रभावित हैं।

नगदहा पंचायत के सखवा टोक गांव में गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से मंगलवार रात्रि से ही कटाव शुरू हो गया। कटाव इतना तेज था कि बुधवार सुबह तक लगभग 15 घर व एनपीएस प्राथमिक विद्यालय का भवन कटाव के कारण ध्वस्त हो गए। सीआरसी मजबूरहमान ने बताया कि  विद्यालय एचएम ब्रजमोहन ठाकुर द्वारा सुबह में सूचना दिया गया है कि एक भवन कटाव के कारण ध्वस्त हो गया है। वहीं नदी में जलस्तर अधिक होने के कारण उक्त विद्यालय  स्थल पर पहुचने का कोई साधन नहीं मिल रहा है। गौरतलब हो कि उक्त विद्यालय व गांव गोपालगंज व पूर्वी चंपारण जिला के बॉर्डर पर अरेराज प्रखंड में  स्थित है। उक्त स्थल के थोड़ी दूरी से माझा थाना क्षेत्र शुरू हो जाता है। उक्त टोला में 85 परिवार रहते हैं।

सीओ पवन कुमार झा ने बताया कि वाल्मीकि नगर बराज से 5 लाख से अधिक पानी छोड़ने की सूचना पर सखवा टोक गांव के लोगो से आग्रह विनती कर ऊंचे  स्थल पर भेज दिया गया था। पूरा गांव को समय रहते खाली करवा दिया गया था। सभी लोग अपने अपने सगा संबंधी के यहा रह रहे हैं। उक्त सभी 85 परिवार को आपदा प्रबंधन के तहत 6 -6 हज़ार की राशि दी गई है। वहीं गंडक नदी के सखवा टोक में कटाव तेज होने के कारण स्थल पर कोई पहुच नहीं पा रहा है। जिससे कटाव में विलीन घरों की सही आंकड़ा मिल सके। ग्रामीणों के जनकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय का भवन व लगभग एक दर्जन से अधिक घर तेज कटाव में नदी में विलीन होने की बात प्रथम दृष्टया माना जा रहा है ।