PATNA : अशोक राजपथ में प्रस्तावित डबल डेकर एलिवेटेड रोड के लिए 130 साल पुराने खुदा बख्श लाइब्रेरी के एक हिस्से को तोड़ने को लेकर मचे बवाल के बाद पथ निर्माण विभाग की तरफ से प्रतिक्रिया दी गई है। विभाग की तरफ से साफ कहा गया है कि एलिवेटेड रोड के लिए लाइब्रेरी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।
पथ निर्माण विभाग ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित विपक्ष के कई नेताओं के आरोपों को दरकिनार करते हुए साफ किया है पीएमसीएच से एनआईटी मोड़ तक अशोक राजपथ पर बनने वाले एलिवेटेड रोड के कारण ऐतिहासिक खुदाबख्श लाइब्रेरी को नहीं तोड़ा जाएगा। इन आरोप को नकारते हुए पथ निर्माण विभाग ने कहा है कि एलिवेडेट रोड परियोजना में खुदाबख्श लाइब्रेरी परिसर का अशोक राजपथ से सटा करीब 64 मीटर लंबा और 5/6 मीटर चौड़ा हिस्सा उपयोग में आना है। खुदाबख्श लाइब्रेरी का मुख्य भवन और नवनिर्मित बहुमंजिला भवन इसमें शामिल नहीं हैं। रोड साइड में स्थित परिसर का कर्जन रिडिंग रुम (5 मीटर चौड़ा और 12 मीटर लंबा) का अधिग्रहण होना है। इसके लिए खुदाबख्श लाइब्रेरी प्रबंधन से सहमति ली जा चुकी है।
कर्जन रिडिंग रूम की जगह बनेगा नया भवन
इसके लिए एलिवेटेड परियोजना बनाने वाली एजेंसी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने खुदाबख्श लाइब्रेरी प्रबंधन को बताया है कि कर्जन रिडिंग रुम के बदले वह नए भवन का निर्माण कर देगी। चूंकि इस एलिवेटेड रोड परियोजना से नवनिर्मित पीएमसीएच परिसर (5000 बेड) को लाभ मिलना है, ऐसे में सिर्फ खुदाबख्श लाइब्रेरी ही नहीं पटना यूनिवर्सिटी के कई भाग समेत कई अन्य भवनों का भी इस परियोजना के लिए अधिग्रहण किया जाना है। फिलहाल यह परियोजना टेंडर प्रक्रिया में है।
विपक्ष सहित कई संस्थाओं ने जताया है विरोध
बता दें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत विपक्ष कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि ऐतिहासिक खुदाबख्श ओरिएंटल लाइब्रेरी के एक हिस्से को ध्वस्त करने के लिए राज्य सरकार का निरंकुश निर्णय घृणित और निंदनीय है। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (आईएनटीएसीएच) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 130 साल पुरानी इस धरोहर के हिस्से को नहीं तोड़ने की अपील की है। पटना चैप्टर के कन्वेनर जेके लाल ने कहा कि खुदाबख्श लाइब्रेरी के किसी भी हिस्से को तोड़ना न सिर्फ पटना के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए धरोहरों की क्षति होगी, जो इसके गौरव को हमेशा के लिए ख़त्म कर देगा।