BIHAR NEWS : वैक्सीनेशन के अंधविश्वास को दूर करने के लिए प्रशासन ने अपनायी "तू डाल-डाल मैं पात पात की" रणनीति, ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए लिया इनका सहारा

SASARAM/DEHRI : सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टीकाकरण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, लोगों को स्वास्थ्य केंद्रों पर लाइन न लगाना पड़े, इसके लिए पूरे प्रदेश में टीका एक्सप्रेस की शुरुआत की गई है, जो 45 से अधिक उम्र के लोगों को उनके घर पर ही टीका लगाने के लिए पहुंच रही है। इसके बाद भी ग्रामीणों में वैक्सीन को लेकर जो अंधविश्वास कायम है, उसे दूर करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों का अंधविश्वास दूर करने के लिए प्रशासन ने एक दूसरा तरीका अपनाया है, जिसका अब फायदा भी मिलता नजर आने लगा है।
ग्रामीणों को टीका लगाने को लेकर अंधविश्वास को दूर करने का जिम्मा अब धर्मगुरुओं को दिया गया है। माना जाता है कि अंधविश्वास की तोड़ इनसे बेहतर कुछ और नहीं हो सकता है। अंधविश्वास में डूबे लोग धर्मगुरुओं की कही गई बातों को मानते हैं और उसे अपनाते हैं। एसीएमओ डॉ केएन तिवारी की मानें ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए धर्म गुरुओं का भी सहारा लिया जा रहा है। इसका सकारात्मक प्रभाव भी पड़ रहा है।
बता दें डीएम धर्मेंद्र कुमार ने 25 मई को हरी झंडी दिखाकर जिले में टीका एक्सप्रेस की शुरुआत कराई थी। इसके तहत जिले के 19 प्रखंडों के 245 पंचायतों तथा सात नगर पंचायत में ग्रामीण सेवा के लिए 26 टीकाकरण एक्सप्रेस वाहनों का संचालन किया जा रहा है। इसमें बिक्रमगंज, दिनारा, काराकाट, करगहर, कोचस, सासाराम, शिवसागर में दो दो गाडिय़ां तथा अन्य सभी प्रखंडों के लिए एक वैन दिया गया है। जिले में हर दिन 5200 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है।