तथाकथित कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह को 4 लाख की ठगी मामले में बिहार पुलिस ने दिल्ली में किया गिरफ्तार, खुद को पीएम और सीएम पद का बताता है उम्मीदवार

तथाकथित कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह को 4 लाख की ठगी मामले

PATNA : नौकरी देने के नाम पर ठगी के मामले में एक तथाकथित कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी का दिलचस्प मामला सामने आया है। नौकरी के नाम पर ठगी के केस में तथाकथित कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह को बिहार पुलिस ने दिल्ली में तलाश कर उसे पकड़ा है और द्वारका कोर्ट से 72 घंटे का ट्रांजिट रिमांड हासिल कर उसे बिहार लेकर जा रही है। हैरानी की बात है कि जिस तथाकठित कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह को बिहार पुलिस ने दिल्ली के उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार किया है, वो खुद को कांग्रेस का बड़ा नेता बताता है और उसका अपना दफ्तर कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय 24 अकबर रोड में होने की बात करता है। ये शख्स आगामी चुनावों में खुद को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार भी बताता है। और तो और ये शख्स पहले बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी गंभीर आरोप लगा चुका है कि करोड़ों की रकम लेकर तेजस्वी यादव ने उसे 2019 के लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया। अब इस शख्स को बिहार पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख की ठगी करने के केस में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। संजीव कुमार सिंह के खिलाफ नवगछिया व्यवहार न्यायालय ने नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख की ठगी करने के केस में कुछ दिनों पूर्व स्थाई वारंट निकाला था, जिस पर कार्रवाई करते हुए नवगछिया की पुलिस दिल्ली पहुंची और उसे पकड़कर बिहार ले जा रही है। उत्तम नगर इलाके में संजीव कुमार सिंह को उसके आवास से गिरफ्तार करने के बाद नवगछिया से आई बिहार पुलिस ने द्वारका की अदालत में रविवार सुबह पेश किया, जहां से बिहार पुलिस को संजीव कुमार सिंह को नवगछिया की अदालत में पेश करने के लिए 72 घंटे का ट्रांजिट रिमांड मिला है।

तथाकथित कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजीव कुमार सिंह के खिलाफ ठगी का मामला 2013 का बताया जा रहा है। 5 मई 2013 को नवादा के चंदेश्वरी सिंह ने नवगछिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि संजीव कुमार सिंह नाम के शख्स ने जो खुद को कांग्रेस का बड़ा नेता बताता है, उसने बिटिया की नौकरी बैंक में लगाने के नाम पर उनके घर आकर 4 लाख रुपए देने को कहा और पैसे ले गया। लेकिन जब बैंक का रिजल्ट आया तो उसमें चंदेश्वरी सिंह की बिटिया का नाम नहीं था। चंदेश्वरी सिंह ने जब संजीव कुमार सिंह को 4 लाख की रकम वापस करने को कहा तो संजीव कुमार सिंह ने कहा कि वो पैसे वापस कर देगा। लेकिन प्राप्त जानकारी के मुताबिक चंदेश्वरी सिंह को अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। इस केस की सुनवाई करते हुए नवगछिया व्यवहार न्यायालय के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय ने कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह के खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। 

Nsmch

प्राप्त जानकारी के मुताबिक तथाकथित कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह अपना दफ्तर कांग्रेस मुख्यालय, 24 अकबर रोड के कमरा नंबर 11 C में होने का दावा करता है। 2021 में लिखित एक दस्तावेज के मुताबिक तथाकथित कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील संजीव कुमार सिंह ने बिहार के मौजूदा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया था कि तेजस्वी यादव ने उनसे 2019 का लोकसभा चुनाव का पार्टी का टिकट के लिए 5 करोड़ किसी के मार्फत लिए लेकिन टिकट नहीं दिया। इस मामले के संबंध में संजीव कुमार सिंह वर्सेस तेजस्वी यादव के खिलाफ केस पटना के चीफ ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट की अदालत में 2021 से चल रहा है।

बता दें की कुछ पोस्टर्स भी मिले जिसमें दिखाया गया है कि कांग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह 2024 के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार है तो दूसरे पोस्टर में उसे 2025 चुनाव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री पद का भी उम्मीदवार बताया गया है। आखिर कोई कांग्रेस का नेता, जिसका दफ्तर खुद कांग्रेस मुख्यालय, 24 अकबर रोड, नई दिल्ली में हो, वो कैसे खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार और मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर सकता है। अगर वकील संजीव कुमार सिंह ने खुद को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है तो कांग्रेस उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही? बहरहाल इस तथाकथित कांग्रेस नेता और तथाकथित वकील संजीव कुमार सिंह की असली सच्चाई क्या है, उसका पूरा खुलासा नवगछिया की अदालत में उसकी पेशी के बाद होगा।