Bihar Politics: बिहार की सियासत इन दिनों गरमाई हुई है। एक ओर जहां सभी पार्टियां मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है तो वहीं दूसरी ओर पार्टियों के नेता एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी बीजेपी के संपर्क में हैं। इसको लेकर अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। अशोक चौधरी ने कहा है कि वो सबके संपर्क में हैं।
मैं सबके संपर्क में हूं
दरअसल, जब अशोक चौधरी से पूछा गया कि आप बीजेपी के संपर्क में हैं तो उन्होंने कहा कि, "मैं सबके संपर्क में हूं। पुतिन से लेकर जो बायडन तक के संपर्क में हूं, विदेशी राजनेताओं के संपर्क में हूं तो स्वाभाविक है बीजेपी नेताओं के भी संपर्क में रहूँगा"। बता दें कि अशोक चौधरी के भूमिहारों को लेकर किए गए टिप्पणी के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज थी कि अशोक चौधरी और जदयू पार्टी के बीच मतभेद है।
वीडियो जारी करें तेजस्वी
वहीं अशौक चौधरी ने कहा है कि वो सबके संपर्क में हैं। देश या विदेश के नेताओं के साथ भी वे संपर्क में हैं ऐसे में स्वाभाविक है कि वे बीजेपी के भी संपर्क में रहेंगे। वहीं तेजस्वी यादव ने दिए गए बयान कि सीएम नीतीश महागठबंधन में आने के लिए उनके पास गिड़गिड़ाए थे। जिसका वीडियो उनके पास है।इसको लेकर सीएम नीतीश के करीबी मंत्री ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव सीएम नीतीश के वीडियो को सार्वजनिक करें। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि तेजस्वी अकेले में किसी नेता को वीडियो क्यों दिखाएंगे, अगर उन्होंने बयान सार्वजनिक तौर पर दिया है तो फिर वो वीडियो को भी सार्वजनिक करें।
सीएम नीतीश के साथ आने से कई राजनीतिक दलों को मिला फायदा
अशोक चौधरी ने कहा है कि सीएम नीतीश के साथ आने से किस किस राजनीति दल को फायदें हुए हैं इसका आंकड़ा देख लें। 2005 के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव की क्या स्थिति थी। माननीय नेता के उनके साथ जाने से उनकी पार्टी को फायदा हुआ था। वहीं सीएम नीतीश और पूर्व विधायक अनंत सिंह के मुलाकात पर तेजस्वी ने कहा था कि अपराधी सीएम आवास आ रहे हैं और सीएम अपराधियों से मिलने उनके आवास जा रहे हैं। इसको लेकर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि, अनंत सिंह को तेजस्वी अगर अपराधी बता रहे तो उनकी पत्नी को टिकट क्यों दिए? नीतीश कुमार किसी के घर नहीं गए बाढ़ जाने के दौरान वहां गए थे। नीतीश कुमार 50 बार वहां जा चुके हैं। लालू प्रसाद ने भी उन्हें अपराधी कहा फिर टिकट क्यों दिया? तो फिर दोषी कौन है? नीतीश या लालू ?