रणजी ट्रॉफी में बिहार का फिसड्डी प्रदर्शन बरकरार, छतीसगढ़ के खिलाफ पहले ही सेशन में बुरी तरह पिट गई टीम

रणजी ट्रॉफी में बिहार का फिसड्डी प्रदर्शन बरकरार, छतीसगढ़ के

पटना. बिहार की टीम ने एक बार फिर से रणजी ट्रॉफी मुकाबले में निराश किया है. पटना के मोईन उल हक स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू हुए बिहार और छतीसगढ़ के बीच मैच में बिहार के बल्लेबाजों ने काफी लचर बैटिंग की. टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का छतीसगढ़ का फैसला बिल्कुल सही रहा. बिहार के बल्लेबाजों को शुरुआती सेशन में छतीसगढ़ की घातक गेंदबाजी का सामना करना पड़ा. लंच तक बिहार का स्कोर 97 रन पर 7 विकेट हो गया. 

दरअसल, बिहार को पहला झटका सिर्फ 1 रन पर लगा और 5 रन का स्कोर बनते ही बिहार के 4 बल्लेबाजों का विकेट गिर गया. वहीं 7.3 ओवर में बिहार की टीम ने 83 रन पर अपना पांचवा विकेट खोया जबकि 86 रन के स्कोर पर दो और बल्लेबाजों ने विकेट गंवा दिया. इस तरह 86 रन पर भी 7 विकेट गिरने पर बिहार की टीम बैकफुट पर आ गई. वहीं लंच तक बिहार की टीम का स्कोर 97 रन पहुंच गया. 

Nsmch

रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में बिहार का यह दुसरा मुकाबला है. इसके पहले बिहार और मुंबई के बीच मैच खेला गया था. उस मैच में भी बिहार ने काफी खराब प्रदर्शन किया था. मुंबई के मुकाबले बिहार की टीम कहीं नहीं टिक पाई और पहले मैच में बुरी तरह हार गई. अब दूसरा मैच छतीसगढ़ के साथ हो रहा है तो इसमें भी टीम ने अपना प्रदर्शन नहीं सुधारा है. पहले दिन के खेल में लंच तक टीम मात्र 97 रन बना पाई.


पहले मैच में बिहार को मिली थी हार : मुंबई के 251 रन का पीछा करते हुए बिहार की टीम पहली पारी में सिर्फ 100 रन पर सिमट गई थी। 151 रन से पिछड़ने के बाद मुंबई की टीम ने बिहार को फॉलोऑन खेलने के लिए बुलाया। जिसके कारण मैच के तीसरे दिन अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी बिहार की टीम का प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक रहा। 41 बार की रणजी चैंपियन टीम के खिलाफ घरेलू दर्शकों का समर्थन मिलने के बावजूद बिहार की पूरी टीम सिर्फ 100 रन पर सिमट गई। मुंबई ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर मैच को 51 रन से जीत लिया।