PATNA : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की राज्य कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर, 2024 को प्रत्येक विद्यालय में सरकार की शिक्षक विरोधी नीति, शिक्षकों के प्रति संवेदनहीनता, प्रताड़ना एवं अपमान के प्रतिरोध में विद्यालयों में ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने उपवास का आयोजन करने का निर्णय लिया है।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि राष्ट्रपिता की प्रतिमा के समक्ष यह प्रार्थना की जायेगी कि सरकार को सद्बुद्धि आये कि वह न्यायालय तथा विधान मंडल में दिये गये 10 से 04 बजे विद्यालय संचालन की घोषणा को लागू करेगी। सेवा की निरंतरता, ऐच्छिक स्थानान्तरण, प्रोन्नति तथा इसके संबंध में माननीय उच्च न्यायालय के दो-दो आदेश सी- डब्लू- जे- सी- संख्या 10446/2019 के आलोक में निर्णत विभागीय अधिसूचना संख्या 1500 दिनांक 22-07-2019 एवं सी- डब्लू- जे- सी- संख्या 1942/2024 का उल्लंघन करना बंद करे, जिसमें कहा गया है कि परिवीक्षा अवधि वर्षों तक नव शिक्षकों को पूर्व से कार्यरत शिक्षकों से वरीयता प्रदान नहीं की जायेगी और उन्हें किसी प्रकार की विद्यालय संचालन संबंधी प्रभार भी नहीं दिया जायेगा।
उक्त आदेश में प्राथमिक एवं माध्यमिक के शिक्षक और प्रशासनिक इकाई को अलग-अलग माना गया है। निदेशक ने इस न्यायादेश का भी उल्लंघन किया है। निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) के पत्रंक 2226 दिनांक 04-09-2024 को निरस्त किया जाय।
शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने बताया है कि इसके संबंध में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री द्वय, शिक्षा मंत्री, विधान परिषद् के शिक्षक प्रतिनिधियों को भी लिखित अनुरोध किया है कि वे शीघ्र शिक्षकों के सम्मान में तथा न्यायालय में अवमानना याचिका दायर करने के पहले प्रभारी संबंधी अवैध आदेश को वापस कराने के संबंध में कार्रवाई करें।