PATNA: साल 2021 में मई का महीना बाकी सालों की तुलना में ठंडा रहा है. अगर हम आपसे ऐसा कहें तो शायद आप इस बात पर विश्वास ना करें. हालांकि पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने भी इस बात की पुष्टि की है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि चक्रवात की वजह से और लॉकडाउन लगने की वजह से वायुमंडल पर खासा प्रभाव पड़ा और मई महीने का तापमान बीते सालों की अपेक्षा कम रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना से शैलेंद्र कुमार पटेल ने मौसम की अद्यतन जानकारी देत हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वानुमान के अनुरूप खासकर पूर्वी बिहार में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई है. इस बार मई का महीना कुछ वर्षों की तुलना में कुछ अलग रहा. इस प्री-मानसून सीजन में मई महीने खासकर अधिकतम तापमान अपने चरम स्थिति के लिए जाना जाता था. अगर वर्ष 2014 से देखें तो यह पहला मौका है जब मानसून से पहले मई महीने में लू के बजाय बारिश दर्ज की गई है. मई महीने का दैनिक औसत तापमान की बात करें तो वर्ष 2014 में 38.2, साल 2015 में 36.7, साल 2016 में 35.9, साल 2017 में 36.3, साल 2018 35.4, साल 2019 38.3, साल 2020 34.6 और साल 2021 में अबतक 33.5 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान रहा है.
अधिकतम तापमान का तुलनात्मक अध्ययन करने पर पता चला है कि साल 2021 का दैनिक औसत तापमान अन्य वर्षों की अपेक्षा सबसे कम है. तापमान की गिरावट लगातार होने वाली वर्षा के कारण देखी गई. इसी तरह बारिश के हिसाब से मई महीने में पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सबसे बेहतर स्थिति में है. वहीं मॉनसून को लेकर उन्होनें बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह में समय से पूर्व दस्तक दे दी है. पश्चिमी एवं उत्तर- पश्चिमी हवा का प्रवाह निचले स्तर पर जारी है. अगले 48 घंटो तक बिहार के उत्तर पूर्वी भाग को छोड़कर शेष भाग में मौसम शुष्क एवं आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी जाएगी.