पटना. सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने पर बिहार की राजनीति गरम है. जेडीयू ने साहित्यकार को बीजेपी का नेता बताते हुए उनपर कार्रवाई के लिए जंग छेड़ दी है. वहीं बीजेपी का कहना है कि साहित्यकार दया प्रकाश सिंहा का भाजपा से कोई मतलब नहीं है. साथ ही मामले को लेकर बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने केस भी दर्ज करवाया है. इस पर जदयू संसदयी बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने संजय जायसवाल पर तंज कसा है. उन्होंने संजय जायसवाल से कहा, आपकी देखावटी मुकदमे को लोग समझते हैं. सीधा उससे अवार्ड वापसी की मांग कीजिये.
संजय जायसवाल को चुनौती
मामले को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर तंज कसते उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि, 'आई वाश मत कीजिए, संजय जी। जले पर नमक मत छिड़किए। सीधे- सीधे एवार्ड वापसी की मांग का समर्थन कीजिए। वरना ऐसे दिखावटी मुकदमा का अर्थ लोग खूब समझते हैं।'
वहीं दया प्रकाश सिंहा से पुरस्कार वापस लेने को लेकर जदयू नेता अभियान छेड़ दिया है. जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह एवं उपेन्द्र कुशवाहा लगातार लेखक दया प्रकाश सिन्हा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने बुधवार को बिना नाम लिये जेडीयू नेताओं पर जरूर हमला बोला लेकिन आज उन्होंने सम्राट अशोक को औरंगजेब से तुलना करने वाले साहित्यकार दया प्रकाश सिन्हा के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है.
कोतवाली थाने में केस
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल ने साहित्यकार दया प्रकाश सिन्हा के खिलाफ केस दर्ज कराया है. संजय जायसवाल ने पटना के कोतवाली थाने में साहित्यकार के खिलाफ एक खास समुदाय की भावना आहत करने का आरोप लगाते हुए केस कराया है. बीजेपी अध्यक्ष ने थानाध्यक्ष से आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज करने को कहा है.