DESK : मंडी से सांसद व बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना राणावत लगातार विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। जिसमें अब तक उनका बीजेपी से समर्थन मिलता रहा है। लेकिन, अब कंगना ने किसानों को लेकर ऐसा विवादित बयान दिया है, जो कि भाजपा की नीतियों से मेल नहीं खाता है। जिसके बाद अब भाजपा नेतृत्व ने कंगना की जुबान लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा के तरफ ये कंगना को कड़ी फटकार लगाई गई है और कहा गया कि पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए सुश्री कंगना राणावत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं।
भाजपा के तरफ से उन्हे हिदायत दिया गया है। और कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से सुश्री कंगना राणावत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भारतीय जनता पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।
दरअसल, दो दिन पहले ही एक साक्षात्कार के दौरान किसान आंदोलन पर विवादित बयान दिया था और किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा, 'बांग्लादेश में जो हुआ, वह यहां होते हुए भी देर नहीं लगती, अगर हमारा शीर्ष नेतृत्व सशक्त नहीं होते। यहां जब किसान प्रदर्शन हुए, वहां लाशें लटकी थीं, वहां रेप हुए। पूरा देश चौंक गया। वो किसान आज भी वहां हैं, लौटे नहीं। उन्होंने वापस जाने का कभी सोचा ही नहीं। वे लंबी प्लानिंग से आए जैसी बांग्लादेश में हुई।
कंगना के इस बयान के बाद जब विपक्ष ने भाजपा पर हमला शुरू किया तो मजबूरन बीजेपी को अपने बचाव के लिए उतरना पड़ा। भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया है और उन्हे हिदायत भी दी है। भाजपा ने साफ कर दिया है कि किसान आंदोलन को लेकर कंगना के बयान से पार्टी इत्तेफाक नहीं रखती है। साथ ही उनके बयान से पूरी तरह से असहमति व्यक्त करती है।
REPORT - RITIK KUMAR